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Wednesday 15th of May 2024
Masoumeen
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शिया शब्द किन लोगों के लिए इस्तेमाल होता है।

शिया शब्द किन लोगों के लिए इस्तेमाल होता है।
 अमीरुल मोमिनीन हज़रत अली अलैहिस्सलाम की बिला फ़स्ल इमामत (अर्थात इस्लामी ईशदूत के बाद, बिना किसी फ़ासले के आपको प्रथम श्रेणी में उनका उत्तराधिकारी स्वीकार करना) का ...

अल्लाह के इंसाफ़ का डर

अल्लाह के इंसाफ़ का डर
अल्लाह की कोई भी सिफ़त डराने वाली नही है, न उसकी रहमानीयत में डर है न ही रऊफ़ियत व रज़्ज़क़ियत व ग़फ़्फ़ारियत में, दुआ ए जोशने कबीर में अल्लाह के हज़ार नाम और सिफ़ात बयान हुए ...

किस नूर की मज्लिस में मिरी जल्वागरी है

किस नूर की मज्लिस में मिरी जल्वागरी है
किस नूर की मज्लिस में मिरी जल्वागरी हैजिस नूर से पुर-नूर ये नूर-ए-नज़री हैआमद ही में हैरान क़यास-ए-बशरी हैये कौन सी तस्वीर-ए-तजल्ली से भरी हैगो हुस्न का रुत्बा नहीं मज़कूर ...

सूरए आले इमरान की तफसीर

सूरए आले इमरान की तफसीर
पवित्र क़ुरआन के सूरए आले इमरान में आया है कि अलिफ़ लाम मीम, अल्लाह जिसके अतिरिक्त कोई ईश्वर नहीं है और वह सदैव जीवित है और हर वस्तु उसी की कृपा से स्थापित है। उसने आप पर वह ...

हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम का जीवन परिचय

हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम का जीवन परिचय
माता पिताहज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के पिता हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम व आपकी माता हज़रत फ़तिमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा हैं। आप अपने माता पिता की द्वितीय सन्तान ...

हज़रत इमाम हसन अस्करी (स) के उपदेश

हज़रत इमाम हसन अस्करी (स) के उपदेश
हज़रत इमाम हसन अस्करी अलैहिस्सलाम: मैं तुम्हें अल्लाह से डरने, धर्म में नैतिकता, सच्चाई के लिए कोशिश करने, जिसने तुम्हे अमानत सौंपी है चाहे वह भला व्यक्ति हो या बुरा, उसकी ...

इमाम हसन असकरी अलैहिस्सलाम की अहादीस

इमाम हसन असकरी अलैहिस्सलाम की अहादीस
अपने प्रियः अध्ययन कर्ताओं के लिए हज़रत इमाम हसन अस्करी अलैहिस्सलाम के कुछ मार्ग दर्शक कथन प्रस्तुत किये जारहे हैं। 1- अल्लाह हज़रत इमाम हसन अस्करी अलैहिस्सलाम ने कहा कि ...

घर वालों की अहम ज़िम्मेदारी

घर वालों की अहम ज़िम्मेदारी
वालेदैन को कोशिश करनी चाहिये कि शुरु से ही अपने बच्चों को अमली तौर पर मुश्किलों से आशना करायें, अलबत्ता इस बात का ख़्याल रखें कि यह काम तदरीजन व धीरे धीरे होना चाहिये। माँ ...

स्वयं को पहचानें किंतु क्यों?

स्वयं को पहचानें किंतु क्यों?
पिछली चर्चा में हमने जाना कि प्रत्येक मनुष्य में प्रगति की चाहत होती है और वह स्वाभाविक रुप से अपनी कमियों को छिपाने का प्रयास करता है प्रगति की स्वाहाविक चाहत को यदि सही ...

हज़रत इमाम हसन असकरी (अ.स.) के इरशाद

हज़रत इमाम हसन असकरी (अ.स.) के इरशाद
१. मुसलमान वह शख़्स है जिसकी ज़बान और जिसके हाथों से मुसलमान महफ़ूज़ (सुरक्षित) रहें। २. हर रंज व ग़म और ख़ुशी व मसर्रत की इन्तेहा (हद) है सिवाय जहन्नमियों के रंज व ग़म की ...

हज़रत अली द्वारा किये गये सुधार

हज़रत अली द्वारा किये गये सुधार
अपने पाँच वर्षीय शासन काल मे विभिन्न युद्धों, विद्रोहों, षड़यन्त्रों, कठिनाईयों व समाज मे फैली विमुख्ताओं का सामना करते हुए हज़रतअली ने तीन क्षेत्रो मे सुधार किये जो ...

भारत व ईरान सहित पूरी दुनिया में इमाम हुसैन (अ.ह.) के जन्मदिवस पर जश्न का माहौल।

भारत व ईरान सहित पूरी दुनिया में इमाम हुसैन (अ.ह.) के जन्मदिवस पर जश्न का माहौल।
दुनिया के विभिन्न देशों में ख़ास कर भारत, पाकिस्तान और ईरान में बहुत उत्साह के साथ रसूले इस्लाम स.अ. के नवासे हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के जन्मदिवस का जश्न मनाया जा रहा ...

ईश्वरीय वाणी-५१

ईश्वरीय वाणी-५१
पवित्र क़ुरआन के सूरै अहज़ाब की ३३वीं आयत में महान ईश्वर कहता है” बेशक ईश्वर ने आप अहलबैत को हर प्रकार की गन्दगी व पाप से उस तरह से दूर रखने का इरादा किया है जिस तरह से दूर ...

15 रजब हज़रत ज़ैनब सलामुल्लाह अलैहा की वफ़ात

15 रजब हज़रत ज़ैनब सलामुल्लाह अलैहा की वफ़ात
पंद्रह रजब, पैग़म्बरे इसलाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही व सल्लम की नवासी और हज़रत अली व फ़ातेमा अलैहिमस्सलाम की सुपुत्री हज़रत ज़ैनब सलामुल्लाह अलैहा के ...

जनाबे ज़हरा(अ)का मक़ाम ख़ुदा की नज़र में

जनाबे ज़हरा(अ)का मक़ाम ख़ुदा की नज़र में
शहज़ादी फ़ातिमा ज़हरा जब क़यामत के मैदान महशर में आऐंगी, तो ऐक आवाज़ आऐगी ऐ अहले महशर अपनी नज़रें झुका लो मेरी कनीज़े ख़ास की सवारी आ रही है. उस वक्त शान यह होगी कि पैगंबर(अ) ...

इमाम तकी अलैहिस्सलाम के मोजेज़ात

इमाम तकी अलैहिस्सलाम के मोजेज़ात
(1) इमाम अली रज़ा (अ.स) की शहादत के बाद मुखतलिफ शहरो से 80 ओलामा और दानिशमंद हज करने के लिये मक्का रवाना हुए। वो सफर के दौरान मदीना भी गए , ताकि इमाम मौहम्मद तक़ी (अ.स) की ज़ियारत भी ...

सूरए हिज्र की तफसीर 1

सूरए हिज्र की तफसीर 1
क़ुराने मजीद के 15वें सूरे ‘हिज्र’ है। इस सूरे में 99 आयतें हैं। यह हिजरत से पूर्व मक्के में नाज़िल हुआ था। इस सूरे का नाम आयत क्रमाक 80 में असहाबे हिज्र अर्थात हज़रत सालेह की ...

मासूमीन अलैहेमुस्सलाम के स्वर्ण कथन

मासूमीन अलैहेमुस्सलाम के स्वर्ण कथन
मुसलमान, मुसलमान का भाई है, उससे बेइमानी नहीं करता, उससे झूठ नहीं बोलता और उसे अकेला नहीं छोड़ता।  पैग़म्बरे इस्लाम की नज़र में मुसलमान कौन है मुसलमान वह है जिसकी ज़बान और ...

हज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम का जीवन परिचय

हज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम का जीवन परिचय
नाम व अलक़ाब (उपाधियाँ) :    अल-मुज्तबा, अबू मोहम्मद (1) माता पिता :    हज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम के पिता हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम तथा आपकी माता हज़रत फ़ातिमा ज़हरा थीं। आप ...

हुसैन(अ)के बा वफ़ा असहाब

हुसैन(अ)के बा वफ़ा असहाब
मैंने अपने असहाब से आलम और बेहतर किसी के असहाब को नही पाया। हमारी दीनी तालीमात का पहला स्रोत क़ुरआने मजीद है। क़ुरआन के बाद हम जिन रिवायात का तज़किरा करते हैं वह दो तरह की ...