हज़रत इमाम हुसैन (अस) ने सन् (61) हिजरी में यज़ीद के विरूद्ध आंदोलन किया। उन्होने अपने आंदोलन के उद्देश्यों को इस तरह बयान किया है किः1. जब हुकूमती यातनाओं से तंग आकर हज़रत इमाम ...
अहलेबैत न्यूज़ एजेंसी अबना: हज़रते फ़ातेमा मासूमा स.अ. इस्लामी इतिहास की एक महत्वपूर्ण हस्ती का नाम है। आप शियों के सातवें इमाम, हज़रत इमाम मूसा काज़िम अ.स. की बेटी और आठवें ...
इलाही पैग़म्बरों की एक अहेम ज़िम्मेदारी जेहालत, बेदीनी, अंध विश्वास के विरुद्ध संघर्ष और अन्याय, ज़ुल्म और मानवाधिकारों के हनन के ख़ेलाफ़ आंदोलन छेड़ना था। आख़री इलाही ...
इब्ने हजर हैसमी जो अहले सुन्नत के कट्टरपंथी उल्मा में से हैं वह इमाम बाक़िर अ. के बारे में लिखते हैं कि, अबू जाफ़र मोहम्मद बाक़िर अ. का उपनाम (उपाधि) बाक़िर है जिसका मतलब ...
हर निर्भर अस्तित्व या संभव अस्तित्व को कारक की आवश्यकता होती है और इस इस सिद्धान्त से कोई भी अस्तित्व बाहर नहीं है किंतु चूंकि ईश्वर का अस्तित्व इस प्रकार का अर्थात संभव व ...
इब्ने सब्बाग़ मालिकी बयान करते हैं कि "जब इमाम हुसैन अ. नमाज के लिए खड़े होते थे तो आपका रंग पीला पड़ जाता था। आपसे पूछा गया कि नमाज के समय ऐसा क्यों होता है? तो आपने कहा: ...
अहलेबैत न्यूज़ एजेंसी अबना: आशूर के दिन जब करबला के मैदान में रसूले इस्लाम स.अ. के नवासे इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम को भूखा और प्यासा शहीद कर दिया गया और उसके बाद उनके परिवार और ...
पैग़म्बरे इस्लाम (स) और इमाम हुसैन (अ)
पैग़म्बरे इस्लाम (स) ने अपने दोनों नवासों हसन (अ) और हुसैन (अ) के बारे में यह प्रसिद्ध वाक्य फ़रमायाः
_اَلْحَسَنُ وَ الْحُسَیْنُ سَیِّدا شَبابِ أَهْلِ ...
ख़ुदा ने बच्चों की सूरत में अपनी एक बहुत बड़ी नेमत इंसान को अता की है और उन की सही तरबीयत और परवरिश का हुक्म दिया है क्यों कि बच्चे ही किसी क़ौम, समाज और मुल्क का फ़्युचर होते ...
पैग़म्बरे इस्लाम और उनके परिजन सत्य व मार्गदर्शन के नमूने हैं यही कारण हैं कि पैग़म्बरे इस्लाम ने कहा था कि मैं तुम्हारे बीच दो मूल्यवान यादगारें छोड़े जा रहा हूं एक है ...
अल्लाह की हम्द व सना और रिसालतमाब पर दुरूद व सलाम के बाद आपने इरशाद फ़रमाया --जो मुझे जानता है सो जानता है और जो नहीं जानता वह जान ले के मैं अली (अ0) इब्निल हुसैन (अ0) इब्ने अली (अ0) ...
यहां पर अपने प्रियः अध्ययन कर्ताओं के अध्ययन हेतू हज़रत इमाम तक़ी अलैहिस्सलाम के चालीस मार्ग दर्शक कथन प्रस्तुत किये जारहे है।1-मोमिन की तीन अवश्यक्ताऐंहज़रत इमाम तक़ी ...
जब इमाम (अस) की सही पहचान हो जायेगी और उनके खुबसूरत जलवे हमारी नज़रों के सामने होंगे तो उस कमाल ज़ाहिर करने वाली उस ज़ात को नमूना व आदर्श बनाने की बात आयेगी।पैग़म्बरे इस्लाम ...
अरबईन के बारे में जो हमारी धार्मिक स्रोतों में आया है वह हज़रत सैय्यदुश शोहदा अलैहिस्सलाम की शहादत का चेहलुम है, जो इस्लामी कैलेन्डर के दूसरे महीने यानी सफ़र की बीसवीं ...
ये महीना हुरमत वाले महीनो के शूरू होने का महीना है कि जिनका ज़िक्र परवरदिगार ने क़ुरआने करीम मे किया है।सैय्यद इब्ने ताऊस एक रिवायत नक़्ल करते है कि ज़ीक़ाद का महीना सख्त ...
मक्का नगर पर चांदनी बिखरी थी और पूरे नगर पर मौन छाया था किंतु एसा लग रहा था जैसे महान ईश्वरीय दूत हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैही व आलेही व सल्लम के लिए समय की गति भिन्न थी। ...
इमाम हुसैन (अ:स) अपने नाना रसूल अल्लाह (स:अ:व:व) से उम्मत द्वारा किये गए ज़ुल्म को ब्यान करते हुए कहते हैं : नाना आपके बाद आपकी उम्मत ने माँ फातिमा (स:अ) पर इतना ज़ुल्म ढाया की मेरा ...
वर्षों का समय बीत रहा था जब संसार सूखी ज़मीन की भांति महान ईश्वर की असीम कृपा की वर्षा की प्रतीक्षा में था। ज़मीन ऊंच नीच, भेदभाव, जात- पात और अंध विश्वासों के दलदल में ...
लोक परलोक में शांतिपूर्ण और सुरक्षित स्थान प्राप्त करने के लिए इंसान को एक भरोसेमंद आदर्श और उदाहरण की ज़रूरत होती है। इंसान स्वाभाविक रूप से नैतिक गुणों की ओर आकर्षित ...