हजरत सैय्यद ताहिर चौथी सदी हिजरी के उलामा और मुसन्नेफिन (लेखक) मे से है आपका शुमार शहरे रै (तेहरान) की बड़ी और इल्मी शख्सीयतो मे किया जाता था आप एक जलीलुल कदर और बा करामत ...
पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल लाहु अलैहे व आलेही वसल्लम के परिजनों ने धर्म से दिगभ्रमित करने वाले विचारों और अत्याचारी शासनों के अंधकारमयी कालों में, चमकते हुए सूर्य की भांति ...
इमाम यानी ज़मीन पर ख़ुदा का ख़लीफ़ा, सारे मौजूदात की हयात और पूरी कायनात का सुकून वुजूदे इमाम से बर क़रार है। वह ज़ैनब (स) जो ख़ानदाने इमामत में पली हो और मकतबे अली (अ) में ...
बनी हाशिम के चांद हज़रत अबुल फ़ज़्लिल अब्बास के जन्मदिवस का जश्न आज पूरी दुनिया में हर्ष व उल्लास के साथ मनाया जा रहा है।अमीरुल मोमिनीन हज़रत अली इब्ने अबीतालिब ...
तारीख़ी और रिवाई हक़ायक़ इस पर शाहिद हैं कि सरकारे मुरसले आज़म (स) और मौला ए कायनात (अ) की अज़ीमुश शान इलाही व इस्लामी हुकूमत के वुक़ू पज़ीर होने के बाद, इसी तरह इलाही अहकाम व ...
इस में कोई शक नही है कि हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (सलामुल्लाह अलैहा) की ज़ात इस्लाम में सबसे ज़्यादा दीनी, इल्मी, अदबी, मुत्तक़ी व अख़लाक़ी कमालात की हामिल है। आपकी ज़ात इफ़्फ़त ...
तारीख़ के सफ़हात पर ऐसे सरफ़रोशों की कमी नहीं जिन के जिस्म को तो वक्त के ज़ालिमों और जल्लादों ने क़ैदी तो कर दिया लेकिन उन की अज़ीम रुह, उन के ज़मीर को वह क़ैदी बनाने से आजिज़ ...
ईश्वरीय दायित्व के उचित ढंग से निर्वाह के लिए पैग़म्बरे इस्लाम (स) के परिजनों में से प्रत्येक ने अपने काल में हर कार्य के लिए तार्किक और प्रशंसनीय नीति अपनाता था ताकि ...
इमाम काज़िम अलैहिस्सलाम के ज़माने मे नेशापुर के शियो ने मौहम्मद बिन अली नेशापुरी नामी शख़्स कि जो अबुजाफर खुरासानी के नाम से मशहूर था, को कुछ शरई रकम और तोहफे साँतवे इमाम ...
आज पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेहि व सल्लम के पौत्र हज़रत इमाम जाफ़रे सादिक़ अलैहिस्सलाम की शहादत का दुःखद अवसर है।
हज़रत इमाम जाफ़रे सादिक़ अलैहिस्सलाम के ...
जो कोई भी इस्लाम के इतिहास का न्याय के साथ अध्ययन करे तो उसे पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही व सल्लम के परिजनों की केंद्रीय भूमिका के बारे मंन पता चल जाएगा। इन ...
माता पिता
हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के पिता हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम व आपकी माता हज़रत फ़तिमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा हैं। आप अपने माता पिता की द्वितीय सन्तान थे। ...
आप का जन्म रजब मास की 13वी तारीख को हिजरत से 23वर्ष पूर्व मक्का शहर के विश्व विख्यात व अतिपवित्र स्थान काबे मे हुआ था। आप अपने माता पिता के चौथे पुत्र थे।
आप का जन्म रजब मास की ...
एक दिन इमाम हसन (अ) घोड़े पर सवार कहीं जा रहे थे कि शाम अर्थात मौजूदा सीरिया का रहने वाला एक इंसान रास्ते में मिला। उस आदमी ने इमाम हसन को बुरा भला कहा और गाली देना शुरू कर ...
जब हज़रत फ़ातेमा ज़हरा (स) (स) से उस समय की हुकूमत ने फ़िदक छीन लिया और किसी भी प्रकार से यह सरकार फ़िदक देने पर राज़ी नहीं थी तो आप अपनी सच्चाई को प्रमाणित करने के लिए मस्जिद ...
इमाम ह़सैन (अ स) की ज़ियारत के लिए पैदल जाना
من أتاه ماشیاً کتب الله له به کل خطوة حسنة ومحی عنه سیئة ورفع له درجة
अली इब्ने मैमून इमाम जाफ़र सादिक़ से रिवायत बयान करते हैं कि आपने फ़रमायाः “ऐ ...
सुप्रीम लीडर हज़रत आयतुल्लाह ख़ामेनईः
हमें नहजुल बलाग़ा पर अधिक ध्यान देना चाहिए, उसकी और ज़्यादा मानूस होना चाहिए, अमीरूल मोमिनीन के इस ज्ञान व हिकमत के समंदर से आधिक ...
इराक मे दफ्न बुज़ुर्ग शख्सीयात मे से एक जनाबे रूशैद हजरी है कि जो इमाम अली अलैहिस्सलाम के असहाबे खास मे से थे और ईमान और अमल के बड़े दरजे पर फाएज थे शायद इसी लिऐ परवरदिगारे ...
इस्लामी रिवायतों की बिना पर क़ुरआने मजीद की बे शुमार आयतें अहलेबैत अलैहिमुस्सलाम के फ़ज़ाएल व मनाक़िब की बयानगर हैं और इन्हीं मासूम हस्तियों के किरदार के मुख़्तलिफ़ ...
पैग़म्बर और ईश्वरीय मार्गदर्शक, सर्वसमर्थ व महान ईश्वर की असीम कृपा के प्रतीक और विश्व में उसकी दया एवं मार्गदर्शन के स्रोत हैं। वे इतिहास के अंधेरे में प्रज्वलित दीप की ...