भारत के पेट्रोलियम मंत्री ने कहा है कि नई दिल्ली और तेहरान इस बात पर सहमत हो गए हैं कि तेल के संबंध में बक़ाया राशि यूरोपीय बैंकों के माध्यम से अदा की जाए।
ध्रमेंद्र प्रधान ने रविवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि इस सहमति में यूरोपीय बैंकों को ईरान व भारत के बीच तेल की बक़ाया राशि के हिसाब-किताब का दायित्व सौंपा गया है और भारत, तेल संबंधी बक़ाया राशि ईरान तक पहुंचाने के लिए यूरोपीय बैंकों के हवाले करेगा।
इस रिपोर्ट के अनुसार भारत, ईरान से लिए गए तेल के संबंध में ईरान को साढ़े छः अरब डाॅलर का क़र्ज़दार है लेकिन कुछ सूत्रों का कहना है कि रूपये को यूरो में परिवर्तित करने के समय के बारे में भारत और ईरान के बीच मतभेद के दृष्टिगत, यह राशि सात अरब डाॅलर से अधिक होगी। ईरान पर लगे पश्चिम के प्रतिबंधों की समाप्ति को कई महीने बीत जाने के बावजूद, कुछ समस्याओं के कारण अब तक भारत ने ईरान का क़र्ज़ नहीं चुकाया है।
source : abna24