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Thursday 2nd of May 2024
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जनाबे उम्मुल बनीन स.अ

जनाबे उम्मुल बनीन स.अ
जनाबे उम्मुल बनीन हज़रत अब्बास अ.स की माँ थीं कि जो कूफ़ा या उसके आस पास के इलाक़े मे पैदा हुईं।  असली नाम आप का असली नाम फ़ातिमा-ए-कलाबिया था।  माता पिता जनाबे उम्मुल ...

नौहा

नौहा
तुरबते बेशीर पर कहती थी माँ असग़र उठो कब तलक तन्हाई में सोओगे ऐ दिलबर उठो है अंधेरा घर में नज़रों में जहाँ तारीक है कब तलक पिन्हाँ रहोगे ए महे अनवर उठो हम सबों को कै़द करके ...

हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ (अ.) और ज्ञान प्रसार

हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ (अ.) और ज्ञान प्रसार
17 रबियुल अव्वल सन् 83 हिजरी की पूर्व संध्या थी। अरब की तपती हुई रेत ठंडीs हो चुकी थी। हवा के हल्के हल्के झोंके पुष्प वाटिकाओं से खुशबूओं को उड़ा कर वातावरण को सुगन्धित कर रहे ...

ईश्वरीय दूतों का वियोग

ईश्वरीय दूतों का वियोग
ईश्वरीय दूतों का एक महत्वपूर्ण दायित्व अज्ञानता, अधर्मिता, अंध विश्वास के विरुद्ध संघर्ष और अन्याय, अत्याचार एवं मानवाधिकारों के हनन के विरुद्ध आंदोलन छेड़ना था। अंतिम ...

क़ुरआने मजीद और माली इसलाहात

क़ुरआने मजीद और माली इसलाहात
इक़्तेसादी दुनिया में मालीयात की तन्ज़ीम के दो मरहले होते हैं। एक मरहला पैदावार का होता है और दूसरा सरवत की तक़सीम का और आम तौर से इक़्तेसादी निज़ाम तक़सीम के बारे में बहस ...

इमाम रज़ा अ.स. ने मामून की वली अहदी क्युं क़ुबूल की?

इमाम रज़ा अ.स. ने मामून की वली अहदी क्युं क़ुबूल की?
अकसर लोगों के दरमियान सवाल उठता है कि अगर अब्बासी खि़लाफ़त एक ग़ासिब हुकूमत थी तो आखि़र हमारे आठवें इमाम ने इस हुकूमत में मामून रशीद ख़लिफ़ा की वली अहदी या या उत्तरधिकारिता ...

हज़रत मासूमा

हज़रत मासूमा
सर्वसमर्थ व महान ईश्वर से निकट होने का एक मार्ग पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेहि व सल्लम और उनके पवित्र परिजनों से प्रेम है। पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व ...

हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा

हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा
मक्का नगर पर चांदनी बिखरी थी और पूरे नगर पर मौन छाया था किंतु एसा लग रहा था जैसे महान ईश्वरीय दूत हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैही व आलेही व सल्लम के लिए समय की गति भिन्न थी। ...

इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम की शहादत

इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम की शहादत
इमाम अली रज़ा अलैहिस्सलाम की बहुत उपाधियां हैं जिनमें सबसे प्रसिद्ध रज़ा है जिसका अर्थ है राज़ी व प्रसन्न रहने वाला। इस उपाधि का बहुत बड़ा कारण यह है कि इमाम महान ईश्वर की ...

इमाम तकी अलैहिस्सलाम के मोजेज़ात

इमाम तकी अलैहिस्सलाम के मोजेज़ात
1) इमाम अली रज़ा (अ.स) की शहादत के बाद मुखतलिफ शहरो से 80 ओलामा और दानिशमंद हज करने के लिये मक्का रवाना हुए। वो सफर के दौरान मदीना भी गए , ताकि इमाम मौहम्मद तक़ी (अ.स) की ज़ियारत भी ...

इमाम काज़िम और बीबी शतीता

इमाम काज़िम और बीबी शतीता
इमाम काज़िम अलैहिस्सलाम के ज़माने मे नेशापुर के शियो ने मौहम्मद बिन अली नेशापुरी नामी शख़्स कि जो अबुजाफर खुरासानी के नाम से मशहूर था, को कुछ शरई रकम और तोहफे साँतवे इमाम ...

इल्म

इल्म
इल्म एक सिर्रे हक़ीक़त है हक़ीक़त की क़समइल्म ताबिन्दा करामत है करामत की क़समइल्म मैयारे शराफत है शराफत की क़समइल्म मंशाऐ मशीयत है मशीयत की क़समइल्म रखता है सदाक़त के ...

इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम का ज्ञान

इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम का ज्ञान
मामून जो कि इमाम की तरफ़ लोगो की बढ़ती हुई मोहब्बत और लोगों के बीच आपके सम्मान को देख रहा था और आपके इस सम्मान को कम करने और लोगों के प्रेम में ख़लल डालने के लिए उसने बहुत से ...

इमाम मौहम्मद तक़ी (अ.स) के शागिर्द

इमाम मौहम्मद तक़ी (अ.स) के शागिर्द
पैग़म्बरे इस्लाम (स.अ.व.व) की तरह हमारे आइम्मा अलैहिमुस्सलाम भी लोगों की तालीमो तर्बियत मे हमेशा कोशीश करते रहते थे। आइम्मा अलैहिमुस्सलाम का तरीकाऐ तालीम और तरबियत को ...

अमीरुल मोमिनीन अली अलैहिस्सलाम का जीवन परिचय

अमीरुल मोमिनीन अली अलैहिस्सलाम का जीवन परिचय
नाम व अलक़ाब (उपाधियाँ)आपका नाम अली व आपके अलक़ाब अमीरुल मोमेनीन, हैदर, कर्रार, कुल्ले ईमान, सिद्दीक़,फ़ारूक़, अत्यादि हैं।माता पिताआपके पिता हज़रतअबुतालिब पुत्र हज़रत ...

हक़ीक़ते इमामत

हक़ीक़ते इमामत
इमामत तन्हा ज़ाहिरी तौर पर हुकूमत करने का मंसब नही है बल्कि यह एक बहुत बलन्दो बाला रूहानी व मअनवी मंसब है। हुकूमते इस्लामी की रहबरी के इलावा दीनो दुनिया के तमाम उमूर में ...

ख़ुत्बाए फ़ातेहे शाम जनाबे ज़ैनब (सलामुल्लाहे अलैहा)

ख़ुत्बाए फ़ातेहे शाम जनाबे ज़ैनब (सलामुल्लाहे अलैहा)
सानीए ज़हरा (स0) को उम्मुल मसाएब और शरीकुल हुसैन (अ0) कहा जाता है इसकी वजह है के ज़ैनब बिन्ते अली (अ0) अहलेबैत अलैहिस्सलाम और इमाम के दरमियान राबता थीं जिनका एक कान अहले हरम के ...

मासूमाऐ क़ुम जनाबे फातेमा बिन्ते इमाम काज़िम (अ.स.)

मासूमाऐ क़ुम जनाबे फातेमा बिन्ते इमाम काज़िम (अ.स.)
 इमाम जाफ़रे सादिक़ (अ.स.) की पेशीन गोईसादिक़े आले मोहम्मद हज़रत इमाम जाफ़रे सादिक़ (अ.स.) इरशाद फ़रमाते हैं कि अल्लाह की वजह से मक्का ए मोअज़्ज़मा हरम , रसूल अल्लाह (स.अ.) की वजह से ...

इमामे असकरी अलैहिस्सलाम की शहादत

इमामे असकरी अलैहिस्सलाम की शहादत
उस समय अब्बासी शासक मोतमिद के हाथ में सत्ता थी। वह सोचता या कि इमाम हसन अस्करी अलैहिस्सलाम को अपने मार्ग से हटाकर वह उनकी याद को भी लोगों के मन से मिटा देगा और वे सदैव के लिए ...

इमाम मौहम्मद तक़ी (अ.स) के शागिर्द

इमाम मौहम्मद तक़ी (अ.स) के शागिर्द
पैग़म्बरे इस्लाम (स.अ.व.व) की तरह हमारे आइम्मा अलैहिमुस्सलाम भी लोगों की तालीमो तर्बियत मे हमेशा कोशीश करते रहते थे। आइम्मा अलैहिमुस्सलाम का तरीकाऐ तालीम और तरबियत को ...