Hindi
Thursday 25th of April 2024
Articles
ارسال پرسش جدید

इमाम अली की निगाह मे कसबे हलाल की जद्दो जहद

इमाम अली की निगाह मे कसबे हलाल की जद्दो जहद
आपके नज़दीक कसबे हलाल बेहतरीन सिफ़त थी। जिस पर आप खुद भी अमल पैरा थे। आप रोज़ी कमाने को ऐब नहीं समझते थे और मज़दूरी को बहुत ही अच्छी निगाह से देखते थे। मोहद्दिस देहलवी का ...

इमाम मोहम्मद बाक़िर अलैहिस्सलाम का जन्म दिवस

इमाम मोहम्मद बाक़िर अलैहिस्सलाम का जन्म दिवस
...

अमीरूल मोमिनीन हज़रत अली (अ) का जन्मदिवस

अमीरूल मोमिनीन हज़रत अली (अ) का जन्मदिवस
हज़रत अली अलैहिस्लाम की दृष्टि में मनुष्य उच्च स्थान और मान व सम्मान का स्वामी होता है और उसे अपने साथ ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए जिससे उसके मानवीय स्थान को क्षति ...

ईश्वरीय वाणी-4

ईश्वरीय वाणी-4
पवित्र क़ुरआन के सूरए आले इमरान में आया है कि अलिफ़ लाम मीम, अल्लाह जिसके अतिरिक्त कोई ईश्वर नहीं है और वह सदैव जीवित है और हर वस्तु उसी की कृपा से स्थापित है। उसने आप पर वह ...

हज़रत फातेमा मासूमा (अ.स) की हदीसे

हज़रत फातेमा मासूमा (अ.स) की हदीसे
हज़रत फातेमा मासूमा (अ.स) हज़रत इमाम सादिक़ (अ.स) की बेटीयो (फातेमा, ज़ैनब और उम्मेकुलसूम) से नकल करती है और इस हदीस की सनद का सिलसिला हज़रत ज़हरा (स.अ) पर खत्म होता हैः حدثتنی ...

करबला करामाते इंसानी की मेराज है।

करबला करामाते इंसानी की मेराज है।
करबला के मैदान में दोस्ती, मेहमान नवाज़ी, इकराम व ऐहतेराम, मेहर व मुहब्बत, ईसार व फ़िदाकारी, ग़ैरत व शुजाअत व शहामत का जो दर्स हमें मिलता है वह इस तरह से यकजा कम देखने में आता ...

सूरए आराफ़ की तफसीर 2

सूरए आराफ़ की तफसीर 2
सूरए आराफ़ की आयत संख्या 31 और 32 में ईश्वर कहता है।  हे आदम की संतानो! हर मस्जिद के निकट (उपासना के समय) अपनी शोभा को धारण कर लो और खाओ पियो परंतु अपव्यय न करो कि ईश्वर अपव्यय ...

हबीब इबने मज़ाहिर एक बूढ़ा आशिक

हबीब इबने मज़ाहिर एक बूढ़ा आशिक
हबीब इबने मज़ाहिर” का अस्ली नाम “हबीब बिन मज़हर” है। (1) आप एक महान और सम्मानीय क़बीले से संबंधित हैं जिसका नाम इतिहास की पुस्तकों में “बनी असद” बताया गया है, और आप ...

इमाम मोहम्मद तक़ी अलैहिस्सलाम

इमाम मोहम्मद तक़ी अलैहिस्सलाम
इमाम मोहम्मद तक़ी अलैहिस्सलाम     1 सारे वोट 5.0 / 5 लेख › रसुले अकरम व अहले बैत › इमामे मोहम्मद तक़ी(अ) में प्रकाशित 2017-04-06 00:00:00 हिजरी क़मरी कैलेंडर के सातवें ...

सूर –ए- माएदा की तफसीर 2

सूर –ए- माएदा की तफसीर 2
सूरे माएदा की आयत संख्या 27 से 31 धरती पर पहले मनुष्य व पहले ईश्वरीय दूत हज़रत आदम और उनके दो बेटों में से एक के दूसरे के हाथों क़त्ल किए जाने की घटना की ओर संकेत करती है। आयत ...

वाकेआ ऐ हुर्रा

वाकेआ ऐ हुर्रा
ये वाकिआ 63 हिजरी के ज़िलहिज्जा के महीने मे पेश आया (1)और वाकेआ ऐ हुर्रा के नाम से मशहूर हुआ।(2) करबला के खूनी वाकेऐ के बाद लोग यज़ीद की खबासत और बेदीनी को जान गऐ थे इसलिऐ लोगो ...

क़ुरआन और अदब

क़ुरआन और अदब
क़ुरआन रब की ख़ास इनायत का नाम है।क़ुरआन नज़मो ज़बते शरीयत का नाम है।क़ुरआन एक ज़िंदा हक़ीक़त का नाम है।क़ुरआन ज़िंदगी की ज़रूरत का नाम है।क़ुरआन एक किताबे इलाही जहाँ ...

इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम का ज्ञान

इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम का ज्ञान
मामून जो कि इमाम की तरफ़ लोगो की बढ़ती हुई मोहब्बत और लोगों के बीच आपके सम्मान को देख रहा था और आपके इस सम्मान को कम करने और लोगों के प्रेम में ख़लल डालने के लिए उसने बहुत से ...

हज़रत फ़ातिमा ज़हरा(स.) की अहादीस

हज़रत फ़ातिमा ज़हरा(स.) की अहादीस
यहां पर हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (स.) की वह अहादीस (प्रवचन) जो एक इश्वरवाद, धर्मज्ञान व लज्जा आदि के संदेशो पर आधारित हैं उनमे से मात्र चालिस कथनो का चुनाव करके अपने प्रियः अध्ययन ...

एक से ज़्यादा शादियाँ

एक से ज़्यादा शादियाँ
मौजूदा ज़माने का सबसे गर्म विषय एक से ज़्यादा शादियाँ करने का मसला है। जिसे बुनियाद बना कर पच्छिमी दुनिया ने औरतों को इस्लाम के ख़िलाफ़ ख़ूब इस्तेमाल किया है और मुसलमान ...

क़ुरआने करीम की अहमियत व मौक़ेईयत

क़ुरआने करीम की अहमियत व मौक़ेईयत
इस वक्त क़ुरआन करीम ही एक आसमानी किताब है जो इन्सान की दस्तरस में है।नहजुल बलाग़ा में बीस से ज़ियादा ख़ुतबात हैं जिन में क़ुरआने मजीद का तआर्रुफ़ और उस की अहमियत व ...

इमाम बाक़िर अलैहिस्सलाम की अहादीस

इमाम बाक़िर अलैहिस्सलाम की अहादीस
आज मिले अवसर से लाभ उठाओ, कौन जाने "कल" किसका होगा। जिसकी ज़बान सच्ची होगी, उसका चरित्र पवित्र हो जाएगा। विनम्रता यह है कि अन्य लोगों से भेंट के समय उन्हें सलाम करो और बहस ...

इमाम हसन असकरी की शहादत

इमाम हसन असकरी की शहादत
आज पैग़म्बरे इस्लाम के एक पौत्र इमाम हसन असकरी का शहादत दिवस है। आज एक ऐसा अवसर है जिसमें हम इस महापुरूष के जीवन की पुस्तक का एक पृष्ठ खोलकर उनकी विचारधारा और उनकी जीवनशैली ...

इमाम नक़ी अलैहिस्सलाम

इमाम नक़ी अलैहिस्सलाम
नाम व अलक़ाब (उपाधियाँ)हज़रत इमाम नक़ी अलैहिस्सलाम का नाम अली व आपकी मुख्य उपाधियाँ हादी व नक़ी हैं। माता पिताआपके पिता हज़रत इमाम मुहम्मद तक़ी अलैहिस्सलाम व आपकी माता ...

नौहा

नौहा
तुरबते बेशीर पर कहती थी माँ असग़र उठोकब तलक तन्हाई में सोओगे ऐ दिलबर उठोहै अंधेरा घर में नज़रों में जहाँ तारीक हैकब तलक पिन्हाँ रहोगे ए महे अनवर उठोहम सबों को कै़द करके ...