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Sunday 5th of May 2024
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रोज़ा और रमज़ान का मुबारक महीना

रोज़ा और रमज़ान का मुबारक महीना
क़ुरआने मजीद के सूरए बक़रह की आयत नंबर १८३ में कहा गया हैः हे ईमान लाने वालो, रोज़ा तुम पर वाजिब कर दिया गया है जैसाकि तुम से पहले वालों के लिए अनिवार्य किया गया था ताकि तुम ...

इमामे हुसैन (अ)

इमामे हुसैन (अ)
माता पिताहज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के पिता हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम व आपकी माता हज़रत फ़तिमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा हैं। आप अपने माता पिता की द्वितीय सन्तान ...

पवित्र रमज़ान-९

पवित्र रमज़ान-९
पैग़म्बरे इस्लाम ने एक कथन में युवाओंसे सिफ़ारिश की है कि वे अपनी इच्छाओं पर नियंत्रण के लिए विवाह करे और अगर यह संभव न हो तो रोज़ा रखें।प्रोफ़ेसर डाक्टर मीर बाक़री रोज़े ...

मक़सदे ख़िलक़त

मक़सदे ख़िलक़त
हम कहाँ से आये है? हमारे आने का मक़सद क्या है? हम कहाँ जा रहे हैं? हमारा अंजाम क्या होगा? हमारी सआदत व ख़ुश बख़्ती किय चीज़ में है? उसे किस तरह हासिल किया जा सकता है?यह और इस तरह ...

पर्यावरण पर मानव जीवन के पड़ने वाले प्रभाव

पर्यावरण पर मानव जीवन के पड़ने वाले प्रभाव
इस्लाम में पर्यावरण से जुड़ी नैतिकता का ध्रुव ईश्वर है क्योंकि यह एकेश्वरवादी विचारधारा से प्रेरित है। इस विचारधारा में पूरी दुनिया का ध्रुव ईश्वर है, उसी ने पूरे ...

उलूमे क़ुरआन का इतिहास

उलूमे क़ुरआन का इतिहास
मानवता के इतिहास में कोई ऐसी किताब नही मिलती जिसकी रक्षा और व्याख्या के लिए क़ुरआन के समान अत्याधिक प्रबन्ध किये गये होँ।क़ुरआन और उलूमे क़ुरआन के परिचय के लिए इस्लाम के ...

क्या कुरआन को समझ कर पढना ज़रुरी हैं भाग-2

क्या कुरआन को समझ कर पढना ज़रुरी हैं भाग-2
हम मुस्लमान अक्सर बहाने बनाते है की हमारे पास कुरआन मजीद का तर्जुमा पढने का टाइम नही है। हम अपने रोज़-मर्रा के कामों मे मसरुफ़ है, अपनी पढाई मे, अपने कारोबार मे, वगैरह वगैरह। ...

बीबी शतीता

बीबी शतीता
इमाम काज़िम अलैहिस्सलाम के ज़माने मे नेशापुर के शियो ने मौहम्मद बिन अली नेशापुरी नामी शख़्स कि जो अबुजाफर खुरासानी के नाम से मशहूर था, को कुछ शरई रकम और तोहफे साँतवे इमाम ...

ইসলাম ধর্মে ইবাদত এক-অদ্বিতীয় মহান আল্লাহর ইবাদত-বন্দেগী এবং অন্য সকল সত্তার উপাসনা বর্জন মহান নবী-রাসূলদের যাবতীয় শিক্ষার মৌলিক ভিত্তিস্বরূপ। কোন নবীরই শিক্ষা ইবাদতবর্জিত ছিল না।

ইসলাম ধর্মে ইবাদত  এক-অদ্বিতীয় মহান আল্লাহর ইবাদত-বন্দেগী এবং অন্য সকল সত্তার উপাসনা বর্জন মহান নবী-রাসূলদের যাবতীয় শিক্ষার মৌলিক ভিত্তিস্বরূপ। কোন নবীরই শিক্ষা ইবাদতবর্জিত ছিল না।
इस्लाम और सिक्योलरिज़्म आज की दुनिया के दो महत्वपूर्ण दृष्टिकोण (नज़रियात) हैं और इन्हीं की वजह से आज दुनिया दो गुरूप में विभाजित है।इनमें से एक इस्लामी दृष्टिकोण है और ...

सऊदी अरब ने विश्व साम्राज्यवाद की इच्छा पर हज जैसे महान कार्यक्रम को क्षतिग्रस्त किया है।

सऊदी अरब ने विश्व साम्राज्यवाद की इच्छा पर हज जैसे महान कार्यक्रम को क्षतिग्रस्त किया है।
ईरान में सुन्नी मुसलमानों के एक वरिष्ठ धर्मगुरू ने कहा है कि सऊदी अरब ने विश्व की साम्राज्यवादी ताक़तों की इच्छा पर ईरानी तीर्थयात्रियों के ख़िलाफ़ षड्यंत्र करते हुए हज ...

इमाम मौ. तक़ी अलैहिस्सलाम का शुभ जन्मदिवस

इमाम मौ. तक़ी अलैहिस्सलाम का शुभ जन्मदिवस
इमाम मुहम्मद तक़ी अलैहिस्सलाम का जन्म दस रजब सन १९५ हिजरी क़मरी को मदीना नगर में हुआ था। ज्ञान, शालीनता, वाकपटुता तथा अन्य मानवीय गुणों के कारण उनका व्यक्तित्व अन्य लोगों ...

रोज़े के जिस्मानी फ़ायदे, साइंस की निगाह में

रोज़े के जिस्मानी फ़ायदे, साइंस की निगाह में
आज हम लोग रमज़ान के मुबारक महीने मे एक दीनी कर्तव्य समझ कर रोज़े रखते हैं जो सही भी है लेकिन दीनी कर्तव्य और सवाब के अलावा भी रोज़े के बहुत से फ़ायदे हैं जिनमे से कुछ फ़ायदे ...

इमाम ज़ैनुल आबेदीन अलैहिस्सलाम का जन्मदिवस।

इमाम ज़ैनुल आबेदीन अलैहिस्सलाम का जन्मदिवस।
 इमाम अली इब्ने हुसैन अलैहिमुस्सलाम, ज़ैनुल आबेदीन और सज्जाद के नाम से मशहूर हैं और मशहूर रेवायत के अनुसार आपका जन्म वर्ष 38 हिजरी में शाबान के महीने में मदीना शहर में हुआ। ...

इस्लामी भाईचारा

इस्लामी भाईचारा
 इस्लाम की निगाह में सब इंसान बराबर हैं और कोई क़ौम या क़बीला तथा कोई रंग व नस्ल एक दूसरे पर वरीयता नहीं रखता और धन दौलत या ग़रीबी, बड़ाई या श्रेष्ठता का आधार नहीं है बल्कि ...

इमाम अली नक़ी (अ.) की ज़िंदगी पर एक संक्षिप्त नज़र।

इमाम अली नक़ी (अ.) की ज़िंदगी पर एक संक्षिप्त नज़र।
इमाम अली नक़ी (अ.) ने इस्लामी अहकाम के प्रसारण व प्रकाशन और जाफ़री मज़हब के प्रचार के लिए महत्वपूर्ण क़दम उठाये। और हमेशा लोगों को धार्मिक तथ्यों से अवगत करने में ...

इमाम महदी (अ.स) से शिओं का परिचय

इमाम महदी (अ.स) से शिओं का परिचय
चूँकि हज़रत इमाम महदी (अज्जल अल्लाहु तआला फरजहु शरीफ) का जन्म बहुत ही गुप्त रूप से हुआ था, इस वजह से यह डर था कि शिया आखरी इमाम की पहचान में ग़लत फ़हमी या भटकाव का शिकार हो ...

सूर –ए- आराफ़ की तफसीर 1

सूर –ए- आराफ़ की तफसीर 1
सूरए आराफ़ पवित्र क़ुरआन का सातंवा सूरा है। यह सूरा मक्का में उतरा। यह सूरा जिस समय उतरा उस समय तक पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल लाहो अलैहि व आलेही व सल्लम ने मदीना पलायन नहीं ...

बिस्मिल्लाह से आऱम्भ करने का कारण2

बिस्मिल्लाह से आऱम्भ करने का कारण2
  पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन लेखकः आयतुल्लाह अनसारीयान   इस से पूर्व लेख मे यह बात स्पष्ट की थी कि बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्राहीम कहने से कार्य पूरे होते है अधूरे ...

इमाम महदी अलैहिस्सलाम।

इमाम महदी अलैहिस्सलाम।
अबनाः मोहम्मद इब्ने हसन जो इमाम महदी के नाम से प्रसिद्ध हैं  शियों के बारहवें इमाम हैं। शिया स्रोतों के अनुसार इमामे ज़माना को जन्म को ख़ुफ़िया रखा गया और इमाम हसन अस्करी ...

इमाम अली रज़ा अलैहिस्सलाम का जनम दिवस

इमाम अली रज़ा अलैहिस्सलाम का जनम दिवस
पैग़म़्बरे इस्लाम के पौत्र और उनके उत्तराधिकारी हज़रत इमाम अली रज़ा अलैहिस्सलाम का शुभ जन्म दिवस है। यह वह महान हस्ती हैं जिन्होंने एक हज़ार साल से अधिक समय पहले ईरान की ...