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Saturday 4th of May 2024
Poem of Day
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ताजे लताफत हैं फातेमा

ताजे लताफत हैं फातेमा
इंसानियत का ताजे लताफत हैं फातेमाबादे रसूल आयऐ रहमत हैं फातेमादुनिया मे राज़दारे मशीयत है फातेमाएक गोशा ए हिजाबे नबूवत है फातेमासिनफे निसा को इल्म की आवाज़ मिल गई।इन के ...

अभी के अभी......

अभी के अभी......
अभी के अभी हुसैन दे दे जो रन की रज़ा अभी के अभी.......यज़ीद कर दूँ तेरा फेँसला अभी के अभी......  अली का शेर हूँ, अब्बास नाम है मेराचलेगी साथ मेरे अल्कमा अभी के अभी......  तपिश ...

मदहे हज़रते अब्बास मे

मदहे हज़रते अब्बास मे
कसीदाशाद हैं शब्बरो शब्बीर दिलावर पा करचूमती हैं लबो रुखसार बहन भी आ कर। या अली आपके जैसा है जो फिज़्ज़ा ने कहासजदाऐ रब के लिऐ बैठ गऐ घुटनो पर। बाँटो अम्मार मिठाई वा पिलाओ ...

नौहा

नौहा
है अंधेरा घर में नज़रों में जहाँ तारीक है कब तलक पिन्हाँ रहोगे ए महे अनवर उठो गोद खाली देखकर पूछे अगर सुग़रा तुम्हें क्या कहे इस नातवाँ से मादरे मुज़तर उठो किसलिए नाराज़ हो आओ ...

अभी के अभी......

अभी के अभी......
अभी के अभी हुसैन दे दे जो रन की रज़ा अभी के अभी.......यज़ीद कर दूँ तेरा फेँसला अभी के अभी......  अली का शेर हूँ, अब्बास नाम है मेराचलेगी साथ मेरे अल्कमा अभी के अभी......  तपिश ...

रहबर है मुस्तुफा

रहबर है मुस्तुफा
इंसानियत के हादीओ रहबर है मुस्तुफा दरयाए मारेफत के शनावर है मुस्तुफा खत्मे रसुल है खास्साऐ दावर है मुस्तुफा मौलाए जा है शाफाऐ महशर है मुस्तुफा खल्लाक़े दोजहाँ ने इन्हे ...

रहबर हुसैन हैं

रहबर हुसैन हैं
भटकी हुई हयात के रहबर हुसैन हैं सेहरा हैं करबला तो समन्दर हुसैन हैं खुशबू पयामे हक की हैं सारे जहान में गुलज़ार-ए-मुस्तफा के गुल-ए-तर हुसैन हैं इश्क-ए-हुसैन से मेरी उक़बा ...

इल्म

इल्म
इल्म एक सिर्रे हक़ीक़त है हक़ीक़त की क़समइल्म ताबिन्दा करामत है करामत की क़समइल्म मैयारे शराफत है शराफत की क़समइल्म मंशाऐ मशीयत है मशीयत की क़समइल्म रखता है सदाक़त के ...

ताजे लताफत हैं फातेमा

ताजे लताफत हैं फातेमा
इंसानियत का ताजे लताफत हैं फातेमा बादे रसूल आयऐ रहमत हैं फातेमा दुनिया मे राज़दारे मशीयत है फातेमा एक गोशा ए हिजाबे नबूवत है फातेमा सिनफे निसा को इल्म की आवाज़ मिल गई। इन ...

जो शख्स शहे दी का अज़ादार नही है

जो शख्स शहे दी का अज़ादार नही है
क़सीदा जो शख्स शहे दी का अज़ादार नही है वो जन्नतो कौसर का भी हक़दार नही है। जिसने न किया खाके शिफा पर कभी सजदा सच पूछीये वो दीं का वफादार नही है। ये जश्ने विला शाहे शहीदां ...

फातेमा बिन्ते असद का आज दिलबर आ गया

फातेमा बिन्ते असद का आज दिलबर आ गया
फातेमा बिन्ते असद का आज दिलबर आ गयामोमिनो खुशियॉ मनाओ अपना रहबर आ गया इन्नमा की ले के मोहरे इस्मते परवरदिगारमुत्तलिब का पोता और ज़हरा का शौहर आ गया अज़दहे को चीरने, ...

किस नूर की मज्लिस में मिरी जल्वागरी है

किस नूर की मज्लिस में मिरी जल्वागरी है
किस नूर की मज्लिस में मिरी जल्वागरी है जिस नूर से पुर-नूर ये नूर-ए-नज़री है आमद ही में हैरान क़यास-ए-बशरी है ये कौन सी तस्वीर-ए-तजल्ली से भरी है गो हुस्न का रुत्बा नहीं मज़कूर ...

इस्लाम की अज़मत

इस्लाम की अज़मत
इस्लाम की अज़मत का मिनारा हुसैन है। हर क़ौम कह रही है हमारा हुसैन है।   दरीया भी है ह़ुसैन कनारा ह़ुसैन है हर दम रवाँ रहे जो वो धारा ह़ुसैन है।   बी फातेमा की आँख का तारा ...

सलाम

सलाम
हाथो पा शह के रन को जो नूरे नज़र गये।ज़ुल्मो जफ़ाओ जौर के चेहरे उतर गये।अब्बास अपने हाथो को कटवाके हश्र तकलफ्ज़े वफा बस अपने लिये खास कर गये।नोके सिना पा आयए क़ुरआँ का ...

फातेमा बिन्ते असद का आज दिलबर आ गया

फातेमा बिन्ते असद का आज दिलबर आ गया
फातेमा बिन्ते असद का आज दिलबर आ गयामोमिनो खुशियॉ मनाओ अपना रहबर आ गया इन्नमा की ले के मोहरे इस्मते परवरदिगारमुत्तलिब का पोता और ज़हरा का शौहर आ गया अज़दहे को चीरने, खैबर ...

दिलासा हुसैन है।

दिलासा हुसैन है।
मज़लूम के लिये यूँ दिलासा हुसैन है। कटवाके सर जो जीतने वाला हुसैन है।   सूखे गले को काट ना पाई सितम की धार बतला रही हैं आयतें जिन्दा हुसैन है।   सज्दे को तूल दे दो हबीबे खुदा ...

शहादते इमामे मूसा काज़िम

शहादते इमामे मूसा काज़िम
इमामे हफतुमी मूसीए काज़िम दिलबरे ज़हरावसीए सादिके आले नबी को ज़हर से मारामुकय्यद सत्तरह साल आप ज़िन्दा में रहे पैहममगर शिकवा बजुज़ जिक्रे खुदा लब तक नहीं आयानमाज़े पढ़ता था ...

अभी के अभी......

अभी के अभी......
अभी के अभी हुसैन दे दे जो रन की रज़ा अभी के अभी.......यज़ीद कर दूँ तेरा फेँसला अभी के अभी......  अली का शेर हूँ, अब्बास नाम है मेराचलेगी साथ मेरे अल्कमा अभी के अभी......  तपिश ...