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Friday 17th of May 2024
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उलूमे क़ुरआन का परिचय

उलूमे क़ुरआन का परिचय
क़ुरआने करीम ज्ञान पर आधारित एक आदर्श किताब है।परन्तु इसके भाव हर इंसान नही समझ सकता। जब कि क़ुरआन अपने आश्य को समझाने के लिए बार बार एलान कर रहा है कि बुद्धि से काम क्यों ...

इमाम रज़ा अ.स. ने मामून की वली अहदी क्युं क़ुबूल की?

इमाम रज़ा अ.स. ने मामून की वली अहदी क्युं क़ुबूल की?
अकसर लोगों के दरमियान सवाल उठता है कि अगर अब्बासी खि़लाफ़त एक ग़ासिब हुकूमत थी तो आखि़र हमारे आठवें इमाम ने इस हुकूमत में मामून रशीद ख़लिफ़ा की वली अहदी या या उत्तरधिकारिता ...

हजरत फातेमा मासूमा

हजरत फातेमा मासूमा
आप का इस्मे मुबारक फ़ातिमा है! आप का मशहूर लक़ब "मासूमा" है! आप के पिता शियों के सातवें इमाम हज़रत मूसा इब्न जाफ़र (अ:स) हैं और आप की माता हज़रत नजमा ख़ातून हैं, और यही महान स्त्री ...

हज़रत इमाम सज्जाद अलैहिस्सलाम का जीवन परिचय

हज़रत इमाम सज्जाद अलैहिस्सलाम का जीवन परिचय
नाम व अलक़ाब (उपाधियाँ) इमामे सज्जाद अलैहिस्सलाम का नाम अली व आपकी मुख्य उपाधि सज्जाद हैं।   माता पिता आपके पिता हज़रत इमामे हुसैन अलैहिस्सलाम व आपकी माता हज़रते शहरबानो ...

तावील पर तफ़सीरे अल मीज़ान का दृष्टिकोण

तावील पर तफ़सीरे अल मीज़ान का दृष्टिकोण
तावील का माद्दा ال یوول ای رجع رجوعا है और लौटने के मायना में है अत: तावील जो मज़ीद फ़ी है उसका अर्थ इरजा यानी लौटाना है। इरजा हर चीज़ के लिये लौटाने को कहते हैं और तावील केवल ...

ख़ुत्बाए इमाम ज़ैनुल आबेदीन (अ0) (बाज़ारे कूफ़ा में)

ख़ुत्बाए इमाम ज़ैनुल आबेदीन (अ0) (बाज़ारे कूफ़ा में)
अल्लाह की हम्द व सना और रिसालतमाब पर दुरूद व सलाम के बाद आपने इरशाद फ़रमाया --जो मुझे जानता है सो जानता है और जो नहीं जानता वह जान ले के मैं अली (अ0) इब्निल हुसैन (अ0) इब्ने अली (अ0) ...

हज़रत ज़ैनब अलैहस्सलाम

हज़रत ज़ैनब अलैहस्सलाम
महापुरूषों के जीवन की समीक्षा करना और उनको आदर्श बनाने जैसी बातें आत्मशुद्धि और उचित प्रशिक्षण के महत्वपूर्ण कारक हैं।इतिहास में ऐसे सदाचारी पुरूषों और महिलाओं के ...

लखनऊ में मनाया गया क़ुद्स दिवस।

लखनऊ में मनाया गया क़ुद्स दिवस।
मजलिसे उलमाये हिन्द द्वारा आयोजित भारत के विभन्न राज्यों के अनेक शहरों में अन्तर्राष्ट्रीय क़ुद्दस दिवस के अवसर पर अमरीका और इस्राईल के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन किया ...

हजः संकल्प करना

हजः संकल्प करना
हज का शाब्दिक अर्थ होता है संकल्प करना। वे लोग जो ईश्वर के घर के दर्शन का संकल्प करते हैं, उनको इस यात्रा की वास्तविकता से अवगत रहना चाहिए और उसको बिना पहचान के संस्कारों को ...

संभव वस्तु और कारक

संभव वस्तु और कारक
हर निर्भर अस्तित्व या संभव अस्तित्व को कारक की आवश्यकता होती है और इस इस सिद्धान्त से कोई भी अस्तित्व बाहर नहीं है किंतु चूंकि ईश्वर का अस्तित्व इस प्रकार का अर्थात संभव व ...

पवित्र क़ुरआन और धर्मांधियों का क्रोध

पवित्र क़ुरआन और धर्मांधियों का क्रोध
पवित्र क़ुरआन, पैग़म्बरे इस्लाम (स) का अमर चमत्कार और कभी समाप्त न होने वाले उच्च ज्ञान तथा तत्वदर्शिता का भण्डार है। यह ईश्वरीय पुस्तक उचित तथा अनुचित विचारों और ...

हज़रत अली अकबर अलैहिस्सलाम

हज़रत अली अकबर अलैहिस्सलाम
नाम आपका नामे नामी अली इब्ने हुसैन था।  उपनाम आपका लक़ब अकबर था।  माता पिता हज़रत अली अकबर अलैहिस्सलाम के पिता हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम व आपकी माता हज़रते ...

इमाम नक़ी अलैहिस्सलाम

इमाम नक़ी अलैहिस्सलाम
नाम व अलक़ाब (उपाधियाँ)हज़रत इमाम नक़ी अलैहिस्सलाम का नाम अली व आपकी मुख्य उपाधियाँ हादी व नक़ी हैं। माता पिताआपके पिता हज़रत इमाम मुहम्मद तक़ी अलैहिस्सलाम व आपकी माता ...

हज़रत फातिमा मासूमा (अ)

हज़रत फातिमा मासूमा (अ)
हज़रत मासूमा का पहली जिल्क़ादा साल 173 हिजरी मे मदीने मे जन्म हुआ.कुरान समाचार (iqna)  इस्फहान शाखा के मुताबिक़ मासूमा ने 1 ज़िल्कादा साल 173 हिजरी मदीने मे आँख खोली,और 10 ...

हज़रत फ़ातेमा ज़हरा उम्महातुल मोमिनीन की नज़र में

हज़रत फ़ातेमा ज़हरा उम्महातुल मोमिनीन की नज़र में
ख़ुदावन्दे आलम ने बज़्मे इंसानी के अंदर हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही वसल्लम से बेहतर किसी को ख़ल्क नहीं फरमाया। आप सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही वसल्लम ...

इमाम अली की ख़ामोशी

इमाम अली की ख़ामोशी
आज हम इस विषय पर चर्चा करेंगे कि जब खि़लाफ़त इमाम अ़ली का हक़ था तो क्यु आपने पैग़म्बर के स्वर्गवास के बाद अपने हक़ को अबूबकर, उस्मान या उमर से लेने की कोशिश नहीं की?इस सवाल के ...

शबे क़द्र का महत्व और उसकी बरकतें।

शबे क़द्र का महत्व और उसकी बरकतें।
अबनाः इमाम मोहम्मद बाक़िर फ़रमाते हैंः शबे क़द्र वह रात है जो हर साल रमज़ानु मुबारक की आख़री तारीखों में आती है जिसमें न केवल क़ुरआन नाज़िल हुआ है बल्कि अल्लाह तआला ने इस ...

हज़रत फातिमा मासूमा (अ)

हज़रत फातिमा मासूमा (अ)
हज़रत मासूमा का पहली जिल्क़ादा साल 173 हिजरी मे मदीने मे जन्म हुआ.कुरान समाचार (iqna)  इस्फहान शाखा के मुताबिक़ मासूमा ने 1 ज़िल्कादा साल 173 हिजरी मदीने मे आँख खोली,और 10 ...

जौशन सग़ीर का तर्जमा

जौशन सग़ीर का तर्जमा
कुछ ख़ास मोअतबर किताबों में दुआए जौशन सग़ीर का ज़िक्र जौशन कबीर से ज़्यादा शरह के साथ आया है. कफ़'अमी ने किताब "बलदुल अमीन" के हाशिये में फ़रमाया है की यह बहु बुलंद मर्तबा और ...

इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम के ज़माने के राजनीतिक हालात का वर्णन

इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम के ज़माने के राजनीतिक हालात का वर्णन
इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम की इमामत वाला जीवन बीस साल का था जिसको हम तीन भागों में बांट सकते हैं।1. पहले दस साल हारून के ज़माने में2. दूसरे पाँच साल अमीन की ख़िलाफ़त के ज़माने में3. ...