तहारतيا ايها الذين امنوا كلوا من طيبات ما رزقناكم1. ऐ मोमिनों हमारे दिये हुए पाक रिज़्क़ को खाओ।(बक़रह 172)وَلاَ تَقْرَبُوهُنَّ حَتَّىَ يَطْهُرْنَ1. औरतों से उस वक़्त नज़दीकी न करो जब तक वह हैज़ से पाक न ...
जौन बिन हुवैइ बिन क़तादा बिन आअवर बिन साअदा बिन औफ़ बिन कअब बिन हवी (1), कर्बला के बूढ़े शहीदों मे से थे। आप अबूज़र ग़फ़्फ़ारी और इमाम हुसैन (अ) के दास थे। आप अबूज़र ग़फ़्फ़ारी ...
इस्लाम धर्म में शिफ़ाअत ईश्वर की ओर से मनुष्यों पर एक विभूती बतायी गयी है। जिन लोगों ने उपासना के बंधन को नहीं तोड़ा है और अनेकेश्वरवाद का शिकार नहीं हुए हैं, ईश्वर के ...
नहजुल बलाग़ा वह किताब है जिसमें हज़रत अली अलैहिस्सलाम के कुछ कथनों, पत्रों और भाषणों को एकत्रित किया गया है। इस किताब को पवित्र कुरआन का भाई कहा जाता है। इस किताब में उस ...
पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन
लेखकः आयतुल्लाह अनसारियान
हे ज़ियाद के पुत्र कुमैल, धन के जलाश्य धनि लोगो के जीवित रहते हुए समाप्त हो गये, विद्वान अनंत काल तक बाक़ी है, ...
अहलेबैत न्यूज़ एजेंसी अबना: इमाम अली इब्ने हुसैन अलैहिमुस्सलाम, ज़ैनुल आबेदीन और सज्जाद के नाम से मशहूर हैं और मशहूर रेवायत के अनुसार आपका जन्म वर्ष 38 हिजरी में शाबान के ...
पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन
लेखकः आयतुल्लाह अनसारियान
3- इसी प्रकार दूसरे शब्दो मे ज़ियाद नख़ई के पुत्र कुमैल से कहाः
हे कुमैल, लोग स्वयं यह आदेश पारित करे दिन मे ...
भारत की राजधानी दिल्ली में सऊदी अरब के वरिष्ठ शिया धर्मगुरू शहीद शेख़ बाक़िर निम्र के चालीसवें के कार्यक्रम के अवसर पर हज़ारों लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया।2 जनवरी 2016 को ...
- قال الامام الباقر علیه السلام:الكَمال كُلُ الكَمال: التَّفَقهُ فِی الدِّینِ وَ الصَبرُ عَلی النائِبَة وَ تَقدِیرُ المَعیشَةِ؛1. इन्सान की श्रेष्ठता की पूर्ति (इन तीन चीज़ों में है) धर्म के बारे में ज्ञान ...
२० सफर सन् ६१ हिजरी कमरी, वह दिन है जिस दिन हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम और उनके वफादार साथियों को कर्बला में शहीद हुए चालिस दिन हुआ था। पूरी सृष्टि चालिस दिन से हज़रत इमाम ...
इंसान की उम्र बहुत बड़ी ईश्वरीय नेअमत है। इंसान पैदा होने के समय से लेकर मरने तक विभिन्न चरणों को तय करता है और उनमें से हर चरण की अलग अलग विशेषता होती है। इंसान की उम्र में ...
अली (अ) तारीख़ की वह बे मिसाल ज़ात है जिसने सदियों से साहिबाने फ़िक्र को अपनी तरफ़ मुतवज्जेह कर रखा है तारीख़ के तसलसुल में दुनिया की अज़ीम हस्तियां आप के गिर्द तवाफ़ करती ...
पुस्तक का नामः कुमैल की प्रार्थना का वर्णन
लेखकः आयतुल्लाह अनसारियान
शब्द कोण मे रहमान का अंश रहमत है, नहवी और सरफी महान ज्ञानियो तथा शब्द कोण से अवगत मनुष्य के अनुसार ...
आज कल शियो के दरमियान मासूमीन अ.स. की विलादत पर लफ्ज़े ज़ुहुर का इस्तेमाल हो रहा है और हम भी इसे एक फज़ीलत समझ कर खुश हो रहे है औऱ हद तो ये है कि बाज़ लोग लफ्ज़े विलादत का ...
क़ुरआने मजीद और माली इसलाहातइक़्तेसादी दुनिया में मालीयात की तन्ज़ीम के दो मरहले होते हैं। एक मरहला पैदावार का होता है और दूसरा सरवत की तक़सीम का और आम तौर से इक़्तेसादी ...
(1734) जो शख्स बुढ़ापे की वजह से रोज़ा न रख सकता हो या रोज़ा रखना उस के लिए शदीद तकलीफ़ का बाइस हो तो उस पर रोज़ा वाजिब नहीं है। लेकिन रोज़ा न रखने की सूरत में ज़रूरी है कि हर रोज़े ...
अब्बासी शासक हारून बड़ा अत्याचारी एवं अहंकारी शासक था। वह स्वयं को समस्त चीज़ों और हर व्यक्ति से ऊपर समझता था।
वह विश्व के बड़े भूभाग पर शासन करता और अपनी सत्ता पर गर्व ...
इस्लामी इतिहास पवित्र नगर मक्का के उत्तरी छोर पर स्थिति हेरा नामक गुफा से आरंभ हुया। एक शांत व अंधेरी रात में पैग़म्बरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद मुस्तफ़ा सलल्ल लाहो अलैहि व ...
पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन
लेखकः आयतुल्लाह अनसारीयान
हमने इस से पूर्व भाग मे इस बात को बताया था कि अमीरुल मोमेनीन ने कुमैल को संबोधित करते हुए कहा कि हे कुमैल, इस ...