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Saturday 18th of May 2024
History of Islam
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इमाम मोहम्मद तक़ी अलैहिस्साम

इमाम मोहम्मद तक़ी अलैहिस्साम
पैग़म्बरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहो अलैहे वआलेही वसल्लम के अहलेबैत में से हर एक अपने समय में इल्म और कमाल व परिपूर्णता की निगाह से बेमिसाल था। वह अपने समय ...

वहाबियत, वास्तविकता व इतिहास 1

वहाबियत, वास्तविकता व इतिहास 1
वहाबियत की आधारशिला रखने वाले इब्ने तैमिया ने अपने पूरे जीवन में बहुत सी किताबें लिखीं और अपनी आस्थाओं का अपनी रचनाओं में उल्लेख किया है। उन्होंने ऐसे अनेक फ़त्वे दिए जो ...

वुज़ू के वक़्त की दुआऐ

वुज़ू के वक़्त की दुआऐ
वह दुआएं जिनका वुज़ू के वक़्त पढ़ना मुस्तहब है। 270 वुज़ू करने वाले इंसान की नज़र जब पानी पर पड़े तो यह दुआ पढ़े- बिस्मिल्लाहि व बिल्लाहि व अलहम्दु लिल्लाहि अल्लज़ी जअला अल ...

ग़दीर पर रसूले इस्लाम (स.अ.) का विशेष ध्यान

ग़दीर पर रसूले इस्लाम (स.अ.) का विशेष ध्यान
 हज़रत मोहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही वसल्लम को भी ग़दीर का उतना ही ख़्याल था जितना की अल्लाह को, और उस साल बहुत सारी क़ौमें और क़बीलें हज के सफ़र पर निकले ...

दुआ कैसे की जाए

दुआ कैसे की जाए
दुआ एक ऐसी चीज़ है जिससे इस दुनिया का कोई भी इन्सान इन्कार नहीं कर सकता है और हर इन्सान अपने जीवन में किसी न किसी चीज़ के लिये दुआ करते हुए दिखाई देता है।   मासूमीन की सीरत और ...

उमर ने वसीयत नामा लिखे जाने में रुकावट क्यों की

उमर ने वसीयत नामा लिखे जाने में रुकावट क्यों की
यह सवाल हर शख्स के ज़हन में आता है कि उमर बिन ख़त्ताब और उनके तरफ़दारों ने पैग़म्बरे अकरम (स) की तदबीर अमली होने में रुकावट क्यों पैदा की? क्या आँ हज़रत (स) ने रोज़े क़यामत तक ...

इमाम शाफेई

इमाम शाफेई
अबू अब्दिल्ला मुहम्मद इबने इदरीस इब्ने अब्बास शाफेअ, शाफेई मज़हब के संस्थापक और अध्यक्ष हैं। आप अहले सुन्नत के तीसरे इमाम हैं और इमाम शाफेई के नाम से मशहूर हैं। आप का ...

ज़ैनब के दिल की ढारस अब्बास

ज़ैनब के दिल की ढारस अब्बास
हज़रत अब्बास की माता का नाम "फ़ातिमा बिन्ते हेज़ाम" था। बाद में उन्होंने "उम्मुल बनीन" के नाम से ख्याति पाई। वे हज़रत फ़ातिमा के बच्चों के लिए बहुत अच्छी माता और हज़रत अली की ...

मारेकए बद्र व ओहद और शोहदा ए करबला मुशाहिद आलम

मारेकए बद्र व ओहद और शोहदा ए करबला मुशाहिद आलम
ख़ुदा की जानिब से एक मोमिने कामिल के लिये बेहतरीन तोहफ़ा और हदिया मौत के अलावा कुछ और नही हो सकता है। लेकिन अगर उस की सूरत बदल जाये, बिस्तर के बजाए मैदान और राहे ख़ुदा में जंग ...

ख़ुतब ए फ़िदक का हिन्दी अनुवाद

ख़ुतब ए फ़िदक का हिन्दी अनुवाद
अनुवादकः सैय्यद ताजदार हुसैन ज़ैदी   प्रिय पाठकों हम आपके सामने पैग़म्बर की इकलौती बेटी वह बेटी जिसे आपने अम्मे अबीहा कहा , वह बेटी जो सारे संसार की औरतों की सरदार हैं, वह ...

संतुलित परिवार में पति पत्नी की ज़िम्मेदारियां

संतुलित परिवार में पति पत्नी की ज़िम्मेदारियां
विवाह मानव जीवन के महत्वपूर्ण विषयों मे से एक है। विवाह एक पवित्र बंधन हैं। विवाह परिवारिक और सामाजिक तथा आध्यात्मिक दृष्टि से एक बहुत ही महत्वपूर्ण बंधन है। निःसन्देह, ...

वहाबियत, वास्तविकता व इतिहास 5

वहाबियत, वास्तविकता व इतिहास 5
वहाबियत की आधारशिला रखने वाले इब्ने तैमिया ने अपने पूरे जीवन में बहुत सी किताबें लिखीं और अपनी आस्थाओं का अपनी रचनाओं में उल्लेख किया है। उन्होंने ऐसे अनेक फ़त्वे दिए जो ...

यमन में अमरीका, इस्राइल और सऊदी अरब का षड़यंत्र

यमन में अमरीका, इस्राइल और सऊदी अरब का षड़यंत्र
अमेरिका और सऊदी अरब को यमन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप के कारण इस देश के लोगों और क्रांतिकारियों की कड़ी प्रतिक्रिया का सामना है। यमन के क्रांतिकारी युवाओं के गठबंधन ...

अज़ादारी परंपरा नहीं आन्दोलन है 1

अज़ादारी परंपरा नहीं आन्दोलन है 1
  मोहर्रम का दुःखद महीना फिर आ गया। लोग मोहर्रम मनाने की तैयारी करने लगे हैं। मोहर्रम आने पर बहुत से लोग यह सोचने लगते हैं कि आखिर क्या वजह है कि १४ शताब्दियां बीत जाने के ...

हसद

हसद
हसद का मतलब होता है किसी दूसरे इंसान में पाई जाने वाली अच्छाई और उसे हासिल नेमतों की समाप्ति की इच्छा रखना। हासिद इंसान यह नहीं चाहता कि किसी दूसरे इंसान को भी नेमत या ...

विलायत पर हदीसे ग़दीर की दलालत का इक़रार करने वाले हज़रात

विलायत पर हदीसे ग़दीर की दलालत का इक़रार करने वाले हज़रात
अहले सुन्नत के मुतअद्दिद उलामा ने काफ़ी हद तक इंसाफ़ से काम लिया है और हदीसे ग़दीर में इस हदीस को क़बूल किया है कि यह हदीस हज़रत अली (अ) की इमामत और सर परस्ती पर दलालत करती है, ...

सूरए आराफ़ की तफसीर 2

सूरए आराफ़ की तफसीर 2
सूरए आराफ़ की आयत संख्या 31 और 32 में ईश्वर कहता है।  हे आदम की संतानो! हर मस्जिद के निकट (उपासना के समय) अपनी शोभा को धारण कर लो और खाओ पियो परंतु अपव्यय न करो कि ईश्वर अपव्यय ...

वहाबियत, वास्तविकता और इतिहास-10

वहाबियत, वास्तविकता और इतिहास-10
इस्लाम धर्म में शिफ़ाअत ईश्वर की ओर से मनुष्यों पर एक विभूती बतायी गयी है। जिन लोगों ने उपासना के बंधन को नहीं तोड़ा है और अनेकेश्वरवाद का शिकार नहीं हुए हैं, ईश्वर के ...

पैग़म्बरे इस्लाम की निष्ठावान जीवनसाथी हज़रत ख़दीजा

पैग़म्बरे इस्लाम की निष्ठावान जीवनसाथी हज़रत ख़दीजा
अंतिम ईश्वरीय दूत की पैग़म्बरी पर नियुक्ति के दसवें वर्ष रमज़ान की दस तारीख़ पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल लाहो अलैहे व आलेही व सल्लम के साथ एक त्यागी व बलिदानी महिला के पच्चीस ...

वहाबियत, वास्तविकता और इतिहास-7

वहाबियत, वास्तविकता और इतिहास-7
जैसा कि हमने पिछले कार्यक्रम में उल्लेख किया कि ईश्वर के बारे में वहाबियों का यह विश्वास कि ईश्वर भौतिक विशेषताओं का स्वामी है, क़ुराने मजीद और पैग़म्बरे इस्लाम (स) के ...