नवें इमाम और इस्मत (अल्लाह तआला की ओर से प्रमाणित निर्दोषिता) के ग्यारहवें चमकते सितारे हज़रत इमाम मुहम्मद तक़ी अलैहिस्सलाम 29 ज़ीकादह सन 220 हिजरी क़मरी को उस समय की हुकूमत ...
इमाम अली नक़ी (अ.) ने इस्लामी अहकाम के प्रसारण व प्रकाशन और जाफ़री मज़हब के प्रचार के लिए महत्वपूर्ण क़दम उठाये। और हमेशा लोगों को धार्मिक तथ्यों से अवगत करने में ...
अबनाः ईरान के पवित्र शहर क़ुम में कल ''फ़िक्रे इस्लामी'' नामक संस्था की ओर से इमाम खुमैनी (रह) मदरसे में नहजुल बलाग़ा की महानता के शीर्षक से एक सेमिनार का आयोजन किया गया ...
आप का इस्मे मुबारक फ़ातिमा है! आप का मशहूर लक़ब "मासूमा" है! आप के पिता शियों के सातवें इमाम हज़रत मूसा इब्न जाफ़र (अ:स) हैं और आप की माता हज़रत नजमा ख़ातून हैं, और यही महान स्त्री ...
हक़ निभाना मेरे हुसैन का है,दिल ठिकाना मेरे हुसैन का है। जिसके साये में कायनात है सब,ऐसा नाना मेरे हुसैन का है। जबसे घर में मेरे सजे है अलम,आना-जाना मेरे हुसैन का ...
रमज़ान का पवित्र महीना अपनी पूरी अनुकंपाओं व अध्यात्म के साथ जारी है। इस पवित्र महीने में रोज़ेदार अपने रोज़ेदार भाईयों और बहनों को इफ़्तार का निमंत्रण देते हैं और उनके ...
तीसरी हिजरी कमरी साल के शाबान महीने की तीन तारीख थी। इसी दिन हज़रत अली अलैहिस्सलाम के छोटे बेटे हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम का जन्म हुआ। अस्मा बिन्ते उमैस ने नवजात बच्चे ...
अपने प्रियः अध्ययन कर्ताओं के लिए यहाँ पर हज़रत इमाम सादिक़ अलैहिस्सलाम के चालीस मार्ग दर्शक कथन प्रस्तुत कर रहे हैं।
1-प्रतिदिन के कार्यो का हिसाब
हज़रत इमाम सादिक़ ...
शहादत पा गए ज़हरे दग़ा से पाँचवे रहबरइमाम इन्सो जिन हज़रत मोहम्मद बाकिरे अतहर हुशाम इब्ने मालिक जब आपसे कुछ बहस करता थाशिकस्त उसको बराबर देता था वह इब्ने पैग़म्बर कुदूरत ...
नाम व अलक़ाब (उपाधियाँ)इमामे सज्जाद अलैहिस्सलाम का नाम अली व आपकी मुख्य उपाधि सज्जाद हैं।माता पिताआपके पिता हज़रत इमामे हुसैन अलैहिस्सलाम व आपकी माता हज़रते शहरबानो ...
नाम आपका नामे नामी अली इब्ने हुसैन था। उपनाम आपका लक़ब अकबर था। माता पिता हज़रत अली अकबर अलैहिस्सलाम के पिता हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम व आपकी माता हज़रते ...
नाम व अलक़ाब (उपाधियाँ)आपका नाम अली व आपके अलक़ाब अमीरुल मोमेनीन, हैदर, कर्रार, कुल्ले ईमान, सिद्दीक़,फ़ारूक़, अत्यादि हैं।माता पिताआपके पिता हज़रतअबुतालिब पुत्र हज़रत ...
एक दिन इमाम हसन (अ) घोड़े पर सवार कहीं जा रहे थे कि शाम अर्थात मौजूदा सीरिया का रहने वाला एक इंसान रास्ते में मिला। उस आदमी ने इमाम हसन को बुरा भला कहा और गाली देना शुरू कर ...
कर्बला की घटना और हज़रत इमाम हुसैन अ. की हदीसों (कथनों) पर निगाह डालने से, आशूरा के जो संदेश हमारे सामने आते हैं उनको हम इस तरह बयान कर सकते हैंकर्बला की घटना और हज़रत इमाम ...
इमाम हसन अस्करी अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैं कि अली अलैहिस्सलाम के शिया वह लोग हैं जो अपने भाईयों, बंधुओं को ख़ुद पर प्राथमिकता देते हैं चाहे उन्हें कितनी ही ज़रूरत क्यों न ...
उस निर्धारित रात में नैतिक गुणों के बादशाह हज़रत अली अलैहिस्सलाम रह रह कर अपने कमरे से बाहर निकलते और आकाश को देखते थे। कभी पापों की क्षमा-याचना का स्मरण करते तो कभी सूरए ...
यह बात हम सभी जानते हैं कि बनी अब्बास ने अहलेबैत अ.स. के नाम पर बनी उमय्या का तख़्ता पलटते हुए यही कहा था कि हुकूमत और ख़िलाफ़त पैग़म्बर स.अ. के अहलेबैत अ.स. का हक़ है, लेकिन बनी ...
अल्लामा इब्ने शहर आशोब लिखते हैं कि एक दिन हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने अपने एक नौकर को किसी काम से बाज़ार भेजा। जब उस की वापसी में बहुत देर विलंब हुआ तो आप उस की तलाश में ...
करबला की लडा़ई मानव इतिहास कि एक बहुत ही अजीब घटना है। यह सिर्फ एक लडा़ई ही नही बल्कि जिन्दगी के सभी पहलुओ की मार्ग दर्शक भी है। इस लडा़ई की बुनियाद तो ह० मुहम्मद मुस्त्फा़ ...
क़सीदाजो शख्स शहे दी का अज़ादार नही हैवो जन्नतो कौसर का भी हक़दार नही है।जिसने न किया खाके शिफा पर कभी सजदासच पूछीये वो दीं का वफादार नही है।ये जश्ने विला शाहे शहीदां से है ...