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Thursday 25th of April 2024
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नहजुल बलाग़ा में इमाम अली के विचार १०

नहजुल बलाग़ा में इमाम अली के विचार १०
  नहजुल बलाग़ा में एक और महत्वपूर्ण विषय उन अधिकारों व कर्तव्यों के बारे में है जो समाज के हर व्यक्ति का एक दूसरे पर है। इस किताब में हज़रत अली अलैहिस्सलाम ने विभिन्न ...

दुआ फरज

दुआ फरज
अल्ला हुम्मा कुन ले-वली'य्येकल हुज्जत' इब्निल हसने सलावातोका अ'लय्हे व अ'ला आ'बा-एही फ़ी हाज़े'हिस सा-अ'ते व फ़ी कुल्ले सा-अ'तिन व'लिय्यावं व हाफ़े'जो व क़ा'एदौं व नासे'रों व ...

हज़रत इमाम महदी अलैहिस्सलाम का परिचय

हज़रत इमाम महदी अलैहिस्सलाम का परिचय
हज़रत इमाम महदी अलैहिस्सलाम का परिचयनाम व अलक़ाबहज़रत इमाम महदी अलैहिस्सलाम का नाम हज़रत पैगम्बर(स.) के नाम पर है। तथा आपकी मुख्य़ उपाधियाँ महदी मऊद, इमामे अस्र, ...

सम्मोहन एवं बुद्धिमत्ता

सम्मोहन एवं बुद्धिमत्ता
पुराने समय की बात है। एक माली रहता था जो सुगंधित व सुदंर फ़ुलवाड़ियों व क्यारियों की बहुत अच्छे ढंग से देखभाल करता था। वृद्ध होने के बावजूद वह प्रतिदिन सूर्योदय से पूर्व ...

मुसलमानो के बीच इख़्तिलाफ़

मुसलमानो के बीच इख़्तिलाफ़
हर धर्म के मानने वालों में आपस में भी बहुत से विषयों पे मतभेद हुआ करता है | इस्लाम के माने वालों में भी ऐसे कई मतभेद है जिसका फायदा लोग उठा के उनमे आपस में टकराव पैदा कर दिया ...

नहजुल बलाग़ा में हज़रत अली के विचार

नहजुल बलाग़ा में हज़रत अली के विचार
हज़रत अली अलैहिस्सलाम समस्त मानवीय सदगुणों में पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेही व सल्लम का आइना थे। हज़रत अली अलैहिस्सलाम एसी महान हस्ती थे जिसके बारे में ...

इमाम महदी अलैहिस्सलाम का वुजूद, ग़ैबत, और ज़हूर क़ुरआने मजीद की रौशनी में

इमाम महदी अलैहिस्सलाम का वुजूद, ग़ैबत, और ज़हूर क़ुरआने मजीद की रौशनी में
हज़रत इमाम महदी अलैहिस्सलाम के वुजूद, ग़ैबत, तूले उम्र और आपके ज़हूर के बाद तमाम अदयान के एक हो जाने से मुताअल्लिक़ 94 आयतें क़ुरआने मजीद में मौजूद हैं। जिनमें से अकसर को ...

हुसैन(अ)के बा वफ़ा असहाब

हुसैन(अ)के बा वफ़ा असहाब
मैंने अपने असहाब से आलम और बेहतर किसी के असहाब को नही पाया। हमारी दीनी तालीमात का पहला स्रोत क़ुरआने मजीद है। क़ुरआन के बाद हम जिन रिवायात का तज़किरा करते हैं वह दो तरह की ...

कुमैल को अमीरुल मोमेनीन (अ.स.) की वसीयत 2

कुमैल को अमीरुल मोमेनीन (अ.स.) की वसीयत 2
लेखक: आयतुल्लाह हुसैन अनसारियान किताब का नाम: शरहे दुआ ए कुमैल   हे कुमैल, निश्चित रुप से भगवान ने अपने नबी (दूत) को, पैग़म्बर (ईश्वरीय दूत) ने मुझे साहित्य सिखाया और मै ...

हज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम

हज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम
माता पिताहज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम के पिता हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम तथा आपकी माता हज़रत फ़ातिमा ज़हरा थीं। आप अपने माता पिता की प्रथम संतान थे।जन्म तिथि व जन्म ...

इमाम हुसैन अ.स. का चेहलुम

इमाम हुसैन अ.स. का चेहलुम
अहलेबैत न्यूज़ एजेंसी अबना: आशूर के दिन जब करबला के मैदान में रसूले इस्लाम स.अ. के नवासे इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम को भूखा और प्यासा शहीद कर दिया गया और उसके बाद उनके परिवार और ...

वुज़ू के वक़्त की दुआऐ

वुज़ू के वक़्त की दुआऐ
वह दुआएं जिनका वुज़ू के वक़्त पढ़ना मुस्तहब है। 270 वुज़ू करने वाले इंसान की नज़र जब पानी पर पड़े तो यह दुआ पढ़े- बिस्मिल्लाहि व बिल्लाहि व अलहम्दु लिल्लाहि अल्लज़ी जअला अल ...

इमाम अस्र (अ) कुरआने करीम की रौशनी में

इमाम अस्र (अ)  कुरआने करीम की रौशनी में
  इस्लामी रिवायतों की बिना पर क़ुरआने मजीद की बे शुमार आयतें अहले बैत अलैहिम अस्सलाम के फ़ज़ाइल व मनाक़िब के गिर्द घूम रही हैं और इन्हीं मासूम हस्तियों के किरदार के ...

जीवन तथा ब्रह्माड़ मे पशुओ और जीव जन्तुओ की भूमिका 1

जीवन तथा ब्रह्माड़ मे पशुओ और जीव जन्तुओ की भूमिका 1
पुस्तकः कुमैल की प्रार्थना का वर्णन लेखकः आयतुल्ला अनसारीयान   भूमि तथा पानी मे असंख्य जीव-जन्तु, पशु-पक्षि तथा डसने वाले जीव पाए जाते है (उन्हे पैदा करने वाले के अतिरिक्त ...

सहीफ़ए सज्जादिया का परिचय

सहीफ़ए सज्जादिया का परिचय
सहीफ़ए सज्जादिया जिसे, उख़्तुल क़ुरआन यानी क़ुरआने मजीद की बहन कहा जाता है इमाम ज़ैनुल आबेदीन अ. की वह दुआएं हैं जो आपने अपनी पूरी ज़िन्दगी ख़ास तौर से कर्बला के बाद पैंतीस ...

इमाम हसन(अ)की संधि की शर्तें

इमाम हसन(अ)की संधि की शर्तें
1- माविया को इस शर्त पर सत्ता हस्तान्त्रित की जाती है कि वह अल्लाह की किताब (कुरऑन ) पैगम्बर व उनके नेक उत्तराधिकारियों की शैली के अनुसार कार्य करेगा।2- माविया के बाद सत्ता ...

आदर्श जीवन शैली-३

आदर्श जीवन शैली-३
  समय के महत्व उद्देश्य के निर्धारण और योजना के बाद, लक्ष्य तक पहुंचने के लिए योजना बनाना और गंभीरता के साथ प्रयास करते रहना भी अति आवश्यक है किंतु एक अन्य महत्वपूर्ण विषय, ...

हर रोज़ एक नया क़दम

हर रोज़ एक नया क़दम
अज़ीज़ो ! किसी भी वुजूद के ज़िंदा होने की सब से आसान और साफ़ निशानी उसका नमुव्व व रुश्द करना है। जब भी उसका नमुव्व रुक जाये समझलो कि उसकी मौत का ज़माना क़रीब आ गया है। और जब भी ...

बनी हाशिम के पहले शहीद “हज़रत अली अकबर”

बनी हाशिम के पहले शहीद “हज़रत अली अकबर”
हज़रत अली अकबर (अ) की जीवनी के बारे में इतिहासकारों के बीच मतभेद पाया जाता है जैसे कुछ इतिहासकारों ने कर्बला के युद्ध के समय आपकी आयु 20 साल से कम तो कुछ ने 25, 27, या 29 साल बताई है, ...

इमाम सज्जाद अलैहिस्सलमा का जन्म दिवस

इमाम सज्जाद अलैहिस्सलमा का जन्म दिवस
शाबान का पवित्र महीना वह महीना है जो इस्लामी इतिहास की महान हस्तियों के जन्म दिनों से सुशोभित है। आज ही के दिन अर्थात शाबान महीने की पांच तारीख को पैग़म्बरे इस्लाम के ...