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Thursday 25th of April 2024
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इमाम हसन अ स की हदीसे

इमाम हसन अ स की हदीसे


इल्म हासिल करो और अगर उसे याद न कर सको तो लिख लो और अपने घरो मे महफूज़ रखो।


هَلاكُ الْمَرْءِ فى ثَلاث: اَلْكِبْرُ، وَالْحِرْصُ، وَالْحَسَدُ; فَالْكِبْرُ هَلاكُ الدّينِ،، وَبِهِ لُعِنَ إبْليسُ. وَالْحِرْصُ عَدُوّ النَّفْسِ، وَبِهِ خَرَجَ آدَمُ مِنَ الْجَنَّةِ. وَالْحَسَدُ رائِدُ السُّوءِ، وَمِنْهُ قَتَلَ قابيلُ هابيلَ
इंसान की हलाकत तीन चीज़ो मे हैः घमंड, लालच और हसद (ईर्ष्या)
घमंड से दीन बरबाद हो जाता है और उसी से इबलीस मलऊन हो गया और लालच नफ्स का दुश्मन है इसी की वजह से आदम को जन्नत से निकलना पड़ा और हसद बुराई की तरफ ले जाता है और हसद के ही कारण क़ाबील ने हाबील को क़त्ल कर दिया।


بَيْنَ الْحَقِّ وَالْباطِلِ أرْبَعُ أصابِع، ما رَأَيْتَ بَعَيْنِكَ فَهُوَ الْحَقُّ وَقَدْ تَسْمَعُ بِأُذُنَيْكَ باطِلاً كَثيراً
हक़ (सही) और बातिल (ग़लत) के दरमियान चार अंगुश्त का फासला है जिसे तुमने अपनी आँखो से देखा वो हक़ है और अकसर कान से सुनी हुई चीज़ बातिल हुआ करती है।


ألْعارُ أهْوَنُ مِنَ النّارِ
शरमिंदगी जहन्नम की आग से बेहतर है।


لا تُواخِ أحَداً حَتّى تَعْرِفَ مَوارِدَهُ وَ مَصادِرَهُ، فَإذَا اسْتَنْبَطْتَ الْخِبْرَةَ، وَ رَضيتَ الْعِشْرَةَ، فَآخِهِ عَلى إقالَةِ الْعَثْرَةِ، وَ الْمُواساةِ فىِ الْعُسْرَةِ
किसी को अपना दोस्त उस वक़्त तक न बनाओ जब तक उसके उठने बैठने की जगह को न समझ लो और जब तुम्हे उसके दोस्तो को बारे मे मालूमात हो जाऐ और तुम उनसे राज़ी हो जाओ तो उसे अपना दोस्त और भाई बना लो और उसकी ग़लतीयो को माफ करो और मुश्किल वक़्त मे उसके काम आओ।


تَرْكُ الزِّنا، وَكَنْسُ الْفِناء، وَغَسْلُ الاْناء مَجْلَبَةٌ لِلْغِناء
बलात्कार न करना, चौखट को साफ रखना और बरतनो को धो कर रखना मालो दौलत मे ज़ियादती का कारण है।


إنَّ مَنْ خَوَفَّكَ حَتّى تَبْلُغَ الاْمْنَ، خَيْرٌ مِمَّنْ يُؤْمِنْكَ حَتّى تَلْتَقِى الْخَوْفَ
जो तुम्हे उस वक्त तक डराता रहे जब तक तुम अपनी आरज़ुओ को पालो वो आदमी उस आदमी से बेहतर है कि जो तुम्हे इतमिनान दिलाता रहे यहां तक कि तुम्हे खौफ हो जाऐ।


القَريبُ مَنْ قَرَّبَتْهُ الْمَوَدَّةُ وَإنْ بَعُدَ نَسَبُهُ، وَالْبَعيدُ مَنْ باعَدَتْهُ الْمَوَدَّةُ وَإنْ قَرُبُ نَسَبُهُ
तुमसे नज़दीक वो है जो तुमसे मोहब्बत करता है चाहे रिश्तेदारी के लिहाज़ से वो तुमसे दूर ही क्यू न हो और दूर वो है जो मोहब्बत के ऐतबार से दूर हो चाहे तुम्हारा क़रीबी रिश्तेदार ही क्यूं न हो।


  شُحُّ الرَّجُلِ عَلى دينِهِ،
मर्दानगी ये है कि इंसान अपने दीन की हिफाज़त करे।


غَسْلُ الْيَدَيْنِ قَبْلَ الطَّعامِ يُنْفِى الْفَقْرَ، وَبَعْدَهُ يُنْفِى الْهَمَّ
खाने से पहले हाथ धोना इंसान की ग़रीबी को दूर करता है और खाने के बाद हाथ धोना ग़मो को दूर करता है।


حُسْنُ السُّؤالِ نِصْفُ الْعِلْمِ.
अच्छा सवाल आधा इल्म है।


إنّ الْوَفاءَ مُرُوَّةٌ، وَالْعَجَلةَ سَفَهٌ
वफादारी मर्दानगी और जल्दबाज़ी बेवकूफी है।


إنّما يُجْزى الْعِبادُ يَوْمَ الْقِيامَةِ عَلى قَدْرِ عُقُولِهِمْ
क़यामत के दिन लोगो का हिसाब उनकी अक़्ल और समझ के हिसाब से होगा।


: أللُؤْمُ أنْ لا تَشْكُرَ النِّعْمَةَ
तुम्हारा नेमतो का शुक्र अदा न करना तुम्हारी पस्ती की निशानी है।


إنَّ الدُّنْيا فى حَلالِها حِسابٌ، وَ فى حَرامِها عِقابٌ، وَفِى الشُّبَهاتِ عِتابٌ، فَأنْزِلِ الدُّنْيا بِمَنْزَلَةِ الميتَةِ، خُذْمِنْها مايَكْفيكَ.
दुनिया की हलाल चीज़ो मे हिसाब, हराम चीज़ो मे अज़ाब है और शक वाली चीज़ो मे सरज़निश है लिहाज़ा दुनिया को मुरदार समझो और इससे बस ज़रूरत के हिसाब से फायदा उठाओ।

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