Hindi
Friday 19th of April 2024
0
نفر 0

धर्म के आधार पर बांटने की राजनीति के मुंह पर तमांचा, 100 से कम मुस्लिम वोट के बाद भी मुस्लिम प्रत्याशी की हुई जीत।

अबनाः समाज को जाति,धर्म के आधार पर बांटने की राजनीति के चरम पर होने के बावजूद इटावा ज़िले में एक ऐसे युवा मुस्लिम प्रत्याशी की जीत हुई, जहां मुस्लिम वोटर्स की संख्या महज 100 से भी कम है। 26 वर्षीय अज़ीम शानू ने वार्ड नम्बर 12 से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़े। जिन्होंने 342 वोटों के साथ जीत हासिल की।
स्थानीय पत्रकार सैयद शाकिर अली के पुत्र अज़ीम शानू का कहना है कि उन्होंने सकारात्मक ऊर्जा के साथ लोगों को अपने पक्ष में किया। वोट मांगने के दौरान ही लोगों की समस्याएं नोट की। लोगों को भरोसा दिलाया। दूसरे कुछ लोगों ने जाति और धर्म का हवाला दिया। उन्हें मुसलमान बताया, लेकिन मतदाताओं ने उनकी इन दलीलों को ठुकरा दिया।
जबकि चुनाव जीतने वाले अज़ीम शानू जब पहली बार लोगों से घर घर मिलने पहुंचे तो कई महिलाओं ने आरती उतारकर स्वागत किया। एक मुस्लिम प्रत्याशी की जीत और लोगों द्वारा आरती उतार तिलक किया जाना पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गया। जबकि क्षेत्र के नेताओं की नजरें इसी सीट पर बनी हुई थीं।

0
0% (نفر 0)
 
نظر شما در مورد این مطلب ؟
 
امتیاز شما به این مطلب ؟
اشتراک گذاری در شبکه های اجتماعی:

latest article

नाइजीरिया में सेना द्वारा ...
मुसलमानों में आक्रोशः ...
चीन का सैन्य बजट बढ़ा, पड़ोसी देश ...
श्रीलंका में होटलों और गिरजाघरों ...
इल्म
शेख़ ईसा क़ासिम ऑप्रेशन के बाद घर ...
भारतीय सीईओ पर ट्रंप समर्थकों ...
लंदन की मस्जिद में नमाज़ियों पर ...
दिल्ली में बहरैन सरकार के अपराधों ...
हैदराबाद में इंटरनेशनल मुस्लिम ...

 
user comment