Hindi
Thursday 25th of April 2024
0
نفر 0

हज़रत अली का जन्म दिवस पुरी दुनिया में श्रद्धा के साथ मनाया गया।

इस्लाम धर्म की महान हस्ती और पैग़म्बरे इस्लाम के उत्तराधिकारी हज़रत अली अलैहिस्सलाम का जन्म दिवस ईरान सहित विश्व भर में बड़ी श्रद्धा के साथ मनाया गया। ईरान में 13 रजब के अवसर पर कई दिन से बाज़ारों की रौनक़ बढ़
हज़रत अली का जन्म दिवस पुरी दुनिया में श्रद्धा के साथ मनाया गया।

इस्लाम धर्म की महान हस्ती और पैग़म्बरे इस्लाम के उत्तराधिकारी हज़रत अली अलैहिस्सलाम का जन्म दिवस ईरान सहित विश्व भर में बड़ी श्रद्धा के साथ मनाया गया।
ईरान में 13 रजब के अवसर पर कई दिन से बाज़ारों की रौनक़ बढ़ गई क्योंकि ईरान में यह दिन पिता दिवस के रूप में भी बनाया जाता है। पिता दिवस पर बच्चे अपने पिता को उपहार देते हैं। राजधानी तेहरान में हज़रत अली अलैहिस्सलाम के शुभ जन्म दिवस के उपलक्ष्य में बड़े पैमाने पर सजावट की गई और बुधवार की शाम से ही महफ़िलों का सिलसिला शुरू हो गया। मस्जिदों और इमामबाड़ों में श्रद्धालुओं की भीड़ देखने में आई।
उधर पवित्र नगर मशहद 13 रजब के अवसर पर श्रद्धालुओं से छलकने लगा। इनमें ईरान के अलावा कई देशों से आने वाले श्रद्धालु शामिल हैं। हज़ारों की संख्या में इराक़ी श्रद्धालु पैदल सफ़र करके मशहद पहुंचे। मशहद में आठवें इमाम हज़रत अली रज़ा अलैहिस्सलाम के रौज़े में बुधवार से ही जश्न शुरू हो गया जो अब तक जारी है। पूरे रौज़े को बड़े सुंदर ढंग से सजाया गया था।
पवित्र नगर क़ुम में भी हज़रत अली अलैहिस्सलाम के शुभ जन्म दिवस पर हर तरफ़ ख़ुशियां बिखरी हुई थीं और लोग एक दूसरे को मुबारकबाद दे रहे थे। महशद और क़ुम में पढ़ने वाले विदेशी छात्रों ने भी अपनी अपनी भाषाओं में कार्यक्रमों का आयोजन किया। उर्दू भाषा में बड़े पैमाने पर महफ़िलें हुईं जिनमें भारत और पाकिस्तान के छात्रों ने भाग लिया।
इराक़ में नजफ़, कर्बला, काज़मैन और सामर्रा सहित अधिकतर शहरों में हज़रत अली अलैहिस्सलाम का जन्म दिन बड़े उत्साह से मनाया गया।


source : abna24
0
0% (نفر 0)
 
نظر شما در مورد این مطلب ؟
 
امتیاز شما به این مطلب ؟
اشتراک گذاری در شبکه های اجتماعی:

latest article

ग़ैबत
इमाम हसन(अ)की संधि की शर्तें
बिस्मिल्लाह के प्रभाव 4
ख़ून की विजय
इस्लाम का मक़सद अल्लामा इक़बाल के ...
हज़रत अली का जन्म दिवस पुरी ...
आशूरा का रोज़ा
इमाम अली नक़ी अलैहिस्सलाम की दुखद ...
सुप्रीम लीडर के संदेश से सोशल ...
सूरे रूम की तफसीर

 
user comment