ईरान के विभिन्न शहरों में जुमे की नमाज़ के बाद, नाइजीरिया में शिया मुसलमानों के जनसंहार के विरुद्ध जुलूस निकाले गए।
राजधानी तेहरान में बड़ी संख्या में लोगों ने नमाज़े जुमा के बाद सड़कों पर निकल कर नाइजीरियाई सेना के हाथों इस देश के शिया मुसलमानों के जनसंहार की कड़ी निंदा की और इसे मानवता विरोधी अपराध बताया। जुलूस में भाग लेने वालों ने इसी प्रकार इस जघन्य अपराध पर अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं के मौन की भी निंदा की। जुलूस में ईरान में रहने वाले अनेक विदेशी नागरिकों ने भी भाग लिया। इसके अलावा मशहद, क़ुम और दूसरे शहरों में भी विरोध प्रदर्शन हुए।
नाइजीरिया के अनेक नगरों में भी लोगों ने प्रदर्शन करके वरिष्ठ शिया धर्म गुरू शैख़ इब्राहीम ज़कज़की को रिहा किए जाने की मांग की। कानू, कादूना, बावशी, काटसीना और गोम्बा में शुक्रवार को नाइजीरियाई नागरिकों ने प्रदर्शन करके सेना के हाथों शिया मुसलमानों के जनसंहार की कड़ी निंदा की। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से मांग की कि वह शिया मुसलमानों के विरुद्ध सेना की कार्यवाहियों पर तुरंत अंकुश लगाए।
भारत के विभिन्न नगरों में भी नाइजीरिया में शियों के जनसंहार के विरुद्ध प्रदर्शन किए गए। उत्तर प्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र, और कश्मीर सहित भारत के पंद्रह राज्यो के दो सौ से अधिक नगरों से नाइजीरिया में हुए अमानवीय अपराध के विरुद्ध प्रदर्शन किए गए, काला दिवास मनाया गया मोमबत्तियाँ जला कर शाँतिपूर्वक जुलूस निकाले गए और शोक सभाएं आयोजित हुईं। प्रदर्शनकारियों ने नाइजीरिया की सरकार से मांग की कि वह तत्काल शैख़ इब्राहीम ज़कज़की को रिहा करे।
पाकिस्तान,बहरैन और कई अन्य देशों से भी नाइजीरिया में शिया मुसलमानों के जनसंहार के विरुद्ध प्रदर्शन किए जाने की सूचनाएं मिली हैं।
source : abna24