Hindi
Friday 19th of April 2024
0
نفر 0

हज़रत अब्बास अलैहिस्सलाम का जन्मदिवस।

बनी हाशिम के चांद हज़रत अबुल फ़ज़्लिल अब्बास के जन्मदिवस का जश्न आज पूरी दुनिया में हर्ष व उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। अमीरुल मोमिनीन हज़रत अली इब्ने अबीतालिब अलैहिस्सलाम के नामवर बेटे अलमदारे कर्बला जनाब अब्बास अलैहिस्सलाम के जन्मदिवस का जश्न आज ईरान सहित दुनिया भर
हज़रत अब्बास अलैहिस्सलाम का जन्मदिवस।

बनी हाशिम के चांद हज़रत अबुल फ़ज़्लिल अब्बास के जन्मदिवस का जश्न आज पूरी दुनिया में हर्ष व उल्लास के साथ मनाया जा रहा है।
अमीरुल मोमिनीन हज़रत अली इब्ने अबीतालिब अलैहिस्सलाम के नामवर बेटे अलमदारे कर्बला जनाब अब्बास अलैहिस्सलाम के जन्मदिवस का जश्न आज ईरान सहित दुनिया भर में बेहद श्रद्धा व सम्मान से मनाया जा रहा है।
इमाम हुसैन अ. के वफ़ादार कमांडर के शुभ जन्म दिवस के अवसर पर ईरान के मशहद शहर में रसूलुल्लाह (स.अ.) के बेटे हज़रत इमाम रेज़ा (अ.) के रौज़े को बड़ी खूबसूरती से सजाया गया है।
और लाखों ज़ायरीन ज़ियारत के साथ साथ जश्न और महफ़िलों में शरीक होकर मुहम्मद व आले मुहम्मद अलैहिमुस्सलाम को मुबारकबाद पेश कर रहे हैं।
क़ुम में हज़रत फ़ातिमा मासूमा सलामुल्लाह अलैहा के रौज़े पर भी लाखों ज़ायरीन जमा होकर खुशियां सेलिब्रेट कर रहे हैं।
इस सिलिसिले में ईरान के सभी छोटे-बड़े शहरों, रौज़ों, पवित्र स्थानों, मस्जिदों और इमामबाड़ों में भी जश्न की महफ़िलें आयोजित की जा रही हैं और यह सिलसिला शनिवार को भी जारी है।
तेहरान में हज़रत अब्बास के नाम पर जगह जगह शरबत की सबीलें लगाई गई हैं। उल्मा व मराजे किराम के घरों में भी महफ़िलों का आयोजन किया गया है जिनमें बड़ी संख्या में लोग हिस्सा ले रहे हैं।
ईरान के अलावा इराक़ के पवित्र शहर करबला में हज़रत अब्बास अ. और हज़रत इमाम हुसैन अ. के रौज़ो पर भी महफ़िलों का सिलसिला जारी है। करबला में अलमदारे कर्बला का रौज़ा लाखों ज़ायरीन से छलक रहा है। हर तरफ जश्न और ख़ुशहाली का माहौल है और ज़ायरीन एक दूसरे को बधाई दी हैं।
कर्बला के अलावा नजफ़े अशरफ़, काज़मैन और सामर्रा के रौज़ों पर भी ज़ायरीन का ठाठें मारता समंदर देखा जा सकता है।
भारत और पाकिस्तान में तीसरी शाबान हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम और चौथी शाबान हज़रत अब्बास अलैहिस्सलाम के जन्मदिवस के हिसाब से महफ़िलों और धार्मिक समारोहों का आयोजन किया गया है।
हज़रत अबुल फ़ज़्लिल अब्बास अलैहिस्सलाम चार शाबान छब्बीस हिजरी क़मरी को मदीना शहर में पैदा हुए। आपकी मां का नाम उम्मुलबनीन था। आप इल्म और महानता के उच्च स्थान पर विराजमान थे और बहुत से लोग अपने समस्याओं के समाधान के लिए आपके पास आया करते थे।
आपकी सभी उपाधियों में अबुल फ़ज़्ल, सक़्का, क़मरे बनी हाशिम और बाबुल हवाएज ज़्यादा मशहूर हैं।


source : abna
0
0% (نفر 0)
 
نظر شما در مورد این مطلب ؟
 
امتیاز شما به این مطلب ؟
اشتراک گذاری در شبکه های اجتماعی:

latest article

शिया समुदाय की उत्पत्ति व इतिहास (2)
बक़रीद के महीने के मुख्तसर आमाल
सबसे पहला ज़ाएर
কুরআন ও ইমামত সম্পর্কে ইমাম জাফর ...
दुआ ऐ सहर
आज यह आवश्यक है की आदरनीय पैगम्बर ...
रूहानी लज़्ज़ते
रोज़े की फज़ीलत और अहमियत के बारे ...
इस्लाम का सर्वोच्च अधिकारी
बीस मोहर्रम हुसैनी काफ़िले के साथ

 
user comment