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जनता पर अत्याचारों का क्रम जारी

आले खलीफा शासन ने बहरैनी जनता पर अत्याचारों का नया चरण आरंभ कर दिया है जिसके परिणामस्वरुप अनेक निर्दोष लोग हताहत अथवा घायल हो गये हैं।
जनता पर अत्याचारों का क्रम जारी

    आले खलीफा शासन ने बहरैनी जनता पर अत्याचारों का नया चरण आरंभ कर दिया है जिसके परिणामस्वरुप अनेक निर्दोष लोग हताहत अथवा घायल हो गये हैं।

आले खलीफा शासन ने बहरैनी जनता पर अत्याचारों का नया चरण आरंभ कर दिया है जिसके परिणामस्वरुप अनेक निर्दोष लोग हताहत अथवा घायल हो गये हैं।एक बार फिर आले खलीफा के सैन्य बलों ने बहरैनी लोगों के शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शनों के विरुद्ध बल का प्रयोग किया है।बुधवार की दोपहर बहरैन की राजधानी मनामा में "जनता ही सत्य है" शीर्षक विरोध प्रदर्शन में हजारों लोगों ने भाग लिया, प्रदर्शनकारियों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शनों के जारी रखने के अपने अधिकार पर बल दिया है।आले खलीफा के सैन्य बलों ने प्रदर्शनकारियों को चारो ओर से घेर कर उनका दमन किया तथा उनके उपर आंसू गैस के गोले बरसाये एंव सड़को और गलियों में उनका पीछा किया।जबकि इस देश के पूर्वी नगर सितरा में पुलिस वाहन ने एक प्रदर्शकारी को कुचल दिया जिसके कारण बुधवार को मोहम्मद अली याकूब नामक यह युवक घावों की ताब न लाकर हताहत हो गया।बहरैन में तीन दूसरे प्रदर्शनकारियों के हताहत होने की भी सूचना है। 14 फरवरी गठबंधन के अनुसार मुन्तजिर अब्बास जेल में यातना के कारण, अब्बास जाफर गंभीर घावों तथा पुलिस द्वारा जहरीली गैस छाड़े जाने से हाज अली असकरी हताहत हो गये हैं।इसी बीच सूचना मिली है कि आले खलीफा ने अपने कुछ सैनिकों को विरोधियों का दमन करने का प्रशिक्षण लेने के लिए जार्डन भेजा है।पिछले एक वर्ष में आले खलीफा के सैन्य बलों ने अतिग्रहणकारी सऊदी अरब के सैनिको की सहायता से सैकड़ो निर्दोष लोगों को हताहत व घायल किया है तथा बंधक बनाये गये अनगिनत लोगों के बारे में कोई सूचना नहीं है।बहरैनी समाज सेवक अली फायज़ का कहना है कि बहरैन के लोग अपने कानूनी अधिकारों की मांग कर रहे हैं तथा वह चाहते हैं कि देश में स्वतंत्र न्याय पालिका, प्रजातंत्र, तथा शांति की स्थापना होनी चाहिए। उनका कहना था कि बहरैनी जनक्रांति की पहली वर्षगांठ के अवसर पर आलेखलीफा सरकार कमजोर हो चुकी है तथा केवल सऊदी अरब की बैसाखियों के सहारे टिकी है। ऐसी स्थिति में आले खलीफा सरकार की विरोधी राजनीतिक पार्टीयों ने एक वक्तव्य जारी कर घोषणा की है कि आले खलीफा, संयुक्त राष्ट्र संघ, सुरक्षा परिषद, अमरीका, ब्रिटेन, तथा सऊदी अरब के सांठगाठ के कारण बहरैनी जनता के समक्ष प्रतिरोध के अतिरिक्त कोई विकल्प नहीं हैं। (एरिब डाट आई आर के धन्यवाद के साथ)


source : abna
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