Hindi
Thursday 28th of March 2024
0
نفر 0

रिवायात मे प्रार्थना 4

 रिवायात मे प्रार्थना 4

लेखक: आयतुल्लाह हुसैन अनसारियान

                          

किताब का नाम: शरहे दुआ ए कुमैल

 

इमाम सादिक (अलैहिस्सलाम) से रिवायत है:

( ۔۔۔ فَاِذَا نَزَلَ البَلَاءُ فَعَلَیکُم بِالدُّعَاءِ وَ التَّضَرُعِ اِلَی أللہِ )

... फ़एज़ा नज़लल बलाओ फ़अलैक़ुम बिद्दोआए वत्तज़ारोऐ एलल्लाहे[1]

जिस समय कोई आपत्ति आए, निश्चित रूप से परमेश्वर के सामने अनुनय के साथ प्रार्थना करो।

दूसरे स्थान पर उन्ही इमाम का कथन है:

عَلَیکَ بِالدُّعَاءَ؛ فَاِنَّ فِیہِ شِفَاءً مِن کُلِّ دَاء

अलैका बिद्दोआए फ़ा इन्ना फ़ीहे शिफ़ाअन मिन कुल्ले दाइन[2]

तुम्हारे ऊपर प्रार्थना अनिवार्य है क्योकि इसमे (प्रार्थना) हर दर्द की दवा है।



[1] अलकाफ़ी, भाग 2, पेज 471, पाठ इलहामुद्दोआए, हदीस 2; मौहज्जतुल बैज़ा, भाग 2, पेज 284, पाठ 2

[2] अलकाफ़ी, भाग 2, पेज 470, पाठ अन्नद्दोआआ शिफ़ाउन मिन कुल्ले दाइन, हदीस 1; मौहज्जतुल बैज़ा, भाग 2, पेज 285, पाठ 2

0
0% (نفر 0)
 
نظر شما در مورد این مطلب ؟
 
امتیاز شما به این مطلب ؟
اشتراک گذاری در شبکه های اجتماعی:

latest article

बदकारी
हज़रत इमाम महदी अलैहिस्सलाम का ...
दुआ ऐ सहर
हदीसे किसा
पैग़म्बरे इस्लाम (स.) के वालदैन
ख़ड़ा डिनर है ग़रीबुद्दयार खाते ...
जनाब अब्बास अलैहिस्सलाम का ...
हज़रते क़ासिम बिन इमाम हसन अ स
क़ुरआने मजीद और नारी
हज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम का ...

 
user comment