तारीख़ के सफ़हात पर ऐसे सरफ़रोशों की कमी नहीं जिन के जिस्म को तो वक्त के ज़ालिमों और जल्लादों ने क़ैदी तो कर दिया लेकिन उन की अज़ीम रुह, उन के ज़मीर को वह क़ैदी बनाने से आजिज़ ...
17 रबियुल अव्वल सन् 83 हिजरी की पूर्व संध्या थी। अरब की तपती हुई रेत ठंडीs हो चुकी थी। हवा के हल्के हल्के झोंके पुष्प वाटिकाओं से खुशबूओं को उड़ा कर वातावरण को सुगन्धित कर रहे ...
उलामा ए इस्लाम के दरमियान मोहकम और मुतशाबेह के मआनी में बहुत ज़्यादा इख़्तिलाफ़ मौजूद है और उन मुख़्तलिफ़ अक़वाल में तहक़ीक़ से इस मसले के बारे में तक़रीबन बीस अक़वाल मिल ...
वे एक ऐसी महान हस्ती थीं जिन्होंने इतिहास के एक कालखंड में अपने ऐतिहासिक पलायन से मुसलमानों के लिए एक बहुत बड़े गौरव का मार्ग प्रशस्त किया। ये हस्ती इमाम मूसा काज़िम ...
हिजरी क़मरी वर्ष के बारहवें महीने ज़िलहिज्जा की 15 तारीख़ पैग़म्बरे इस्लाम के पौत्र इमाम अली नक़ी अलैहिस्सलाम का जन्मदिन है। हम ईश्वर के आभारी हैं कि उसने हमें यह अवसर ...
हम हज़रत अली अलैहिस्सलाम और हज़रत फ़ातेमा ज़हरा के शुभ विवाह की वर्षगांठ पर विवाह और उसके लाभों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
दूसरी हिजरी क़मरी के ज़िलहिज महीने ...
हिजरी क़मरी कैलेन्डर के अनुसार तीन जमादिस्सानी को पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही व सल्लम की सुपुत्री हज़रत फ़ातेमा अलैहस्सलाम की शहादत का दिन है। इस अवसर पर ...
इमाम हसन अलैहिस्सलाम ने अपनी ज़िंदगी, इस्लामी इतिहास के संवेदनलशील हिस्से में गुज़ारी है। इमाम हसन अलैहिस्सलाम ने अपनी ज़िंदगी में केवल 48 वसंत देखे लेकिन इस कम अवधि में ...
ज़ैनब, शहीदों के ख़ून का संदेश लानी वाली, अबा अब्दिल्लाहिल हुसैन (अ) की क्रांति की सूरमा, अत्याचारियों और उनके हामियों को अपमानित करने वाली, सम्मान, इज़्ज़त, लज्जा, सर ...
वह लोग सीसा पिलाई हुई दिवार की तरह हैं। सूरः ए सफ़ आयत न. 5 नहजुल बलाग़ा में हज़रत अली अलैहिस्लाम का यह क़ौल नक़्ल हुआ हैं- يوم لک و يوم عليک एक रोज़ तुम्हारे हक़ में और दूसरा ...
आज सृष्टि के सार्वाधिक तेजस्वी तारे अर्थात हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहो अलैहे वआलेही वसल्लम का शुभ जन्म दिवस है। आज ईश्वर के उस अन्तिम दूत का शुभ जन्म दिवस है जिसके ...
करबला की लडा़ई मानव इतिहास कि एक बहुत ही अजीब घटना है। यह सिर्फ एक लडा़ई ही नही बल्कि जिन्दगी के सभी पहलुओ की मार्ग दर्शक भी है। इस लडा़ई की बुनियाद तो ह० मुहम्मद मुस्त्फा़ ...
क़ासिम इमाम हसन बिन अली (अ) के बेटे थे और आप की माता का नाम “नरगिस” था मक़तल की पुस्तकों ने लिखा है कि आप एक सुंदर और ख़ूबसरत चेहरे वाले नौजवान थे और आपका चेहरा चंद्रमा की ...
हज़रत फातेमा मासूमा (अ.स) हज़रत इमाम सादिक़ (अ.स) की बेटीयो (फातेमा, ज़ैनब और उम्मेकुलसूम) से नकल करती है और इस हदीस की सनद का सिलसिला हज़रत ज़हरा (स.अ) पर खत्म होता हैः حدثتنی ...
हजरत सैय्यद ताहिर चौथी सदी हिजरी के उलामा और मुसन्नेफिन (लेखक) मे से है आपका शुमार शहरे रै (तेहरान) की बड़ी और इल्मी शख्सीयतो मे किया जाता था आप एक जलीलुल कदर और बा करामत ...
अबनाः हारून रशीद पहला ख़लीफ़ा था कि जिसने इमाम हुसैन अ.ह. की पाक क़ब्र और उसके आसपास के घरों पर हमला किया और आज आईएसआईएस के आतंकवादी चाहते हैं कि इतिहास को दोहरायें लेकिन ...
संभव है कि किसी के दिमाग़ में यह सवाल उठे कि आख़िर क्यों चेहलुम के दिन इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की ज़ियारत को इतना अधिक महत्व दिया गया है? आख़िर क्यों हमें इस दिन को इतने ...
आज पैग़म्बरे इस्लाम के एक पौत्र इमाम हसन असकरी का शहादत दिवस है। आज एक ऐसा अवसर है जिसमें हम इस महापुरूष के जीवन की पुस्तक का एक पृष्ठ खोलकर उनकी विचारधारा और उनकी जीवनशैली ...
अहलेबैत (अ )न्यूज़ एजेंसी अबना :प्राप्त सूत्रों के अनुसार समस्त विश्व में आशूरा आस्था एवं सम्मान के साथ मनाया गया और सय्यदुश्शोहदा इमाम हुसैन अलै. की याद में मजलिस एवं मातम ...
क्या कहते हैं संसार के बुद्धीजीवी, दार्शनिक, लेखक और अधिनायक, कर्बला और इमाम हुसैन के बारे में?
महात्मा गांधी : मैंने हुसैन से सीखा की मज़लूमियत में किस तरह जीत हासिल की ...