8 रबीउल अव्वल को हज़रत इमाम हसन अस्करी अलैहिस्सलाम का शहादत दिवस है। उन्होंने अपनी 28 साल की ज़िन्दगी में दुश्मनों की ओर से बहुत से दुख उठाए और तत्कालीन अब्बासी शासक ‘मोतमद’ ...
ख़ानदाने नुबुव्वत का यह चाँद अगर एक तरफ़ आबाई फ़ज़ायल व कमालात का मालिक होने की बेना पर फ़ख्रे अरब है तो दूसरी तरफ़ माँ की अज़मत व जलालत की बेना पर अजम के जाह व हशम का मालिक ...
जनाबे फ़ातिमा ज़हरा स. की श्रेष्ठता दिल और आत्मा को इस तरह अपनी तरफ़ खींचती है कि इन्सान की ज़बान बंद हो जाती है। जो भी उनकी श्रेष्ठता और ख़ुदा और उसके रसूल की नज़र में उनके ...
उफ़ुक़ पर मुहर्रम का चाँद नुमुदार होते ही दिल महज़ून व मग़मूम हो जाता है। ज़ेहनों में शोहदा ए करबला की याद ताज़ा हो जाती है और इस याद का इस्तिक़बाल अश्क़ों की नमी से होता है ...
शादी के अगले दिन जब पैगंबर ने अली (अ.स.) से पूछा:ऐ अली तुमने मेरी बेटी जहरा को कैसा पाया? इमाम ने जवाब दिया, फातिमा अल्लाह की इताअत में सबसे अच्छी मददगार ...
मुतावातिर रिवायात की बिना पर पैग़म्बरे इस्लाम (स.)ने क़ुरआन व अहलेबैत अलैहिमुस् सलाम के बारे में हमें जो हुक्म दिया हैं कि इन दोंनों के दामन से वाबस्ता रहना ताकि हिदायत पर ...
उस निर्धारित रात में नैतिक गुणों के बादशाह हज़रत अली अलैहिस्सलाम रह रह कर अपने कमरे से बाहर निकलते और आकाश को देखते थे। कभी पापों की क्षमा-याचना का स्मरण करते तो कभी सूरए ...
हज़रत अली (अ): तरक़्की के लिए अपने वतन से दूर जाओ और यात्रा करो, इसलिए की यात्रा में पांच लाभ छिपे हुए हैं, मन की ख़ुशी एवं प्रसन्नता, आजीविका की प्राप्ति, ज्ञान एवं अनुभव की ...
यदि मनुष्य का मन पवित्र हो जाए तो उसका व्यवहार मज़बूत हो जाता है।जो बात एक से दो तक पहुंची, उससे सब अवगत हो जाएंगें।कभी भी लोगों की आस्थाओं के बारे में खोजबीन न करो कि इस ...
अरबी शब्दकोषों में शिया शब्द, किसी एक व्यक्ति या अनेक व्यक्तियों का किसी दूसरे का अनुसरण और आज्ञापालन करना, किसी की सहायता व समर्थन करना, तथा कथन या क्रिया में समझौते व ...
कर्बला की घटना और हज़रत इमाम हुसैन अ. की हदीसों (कथनों) पर निगाह डालने से, आशूरा के जो संदेश हमारे सामने आते हैं उनको हम इस तरह बयान कर सकते हैंकर्बला की घटना और हज़रत इमाम ...
हज़रत फ़ातिमा सलामुल्लाह अलैहा रात्री के एक पूरे चरण मे इबादत मे लीन रहती थीं। वह खड़े होकर इतनी नमाज़ें पढ़ती थीं कि उनके पैरों पर सूजन आजाती थी। सन् 110 हिजरी मे मृत्यु ...
आपका नाम अली व आपके अलक़ाब अमीरुल मोमेनीन, हैदर, कर्रार, कुल्ले ईमान, सिद्दीक़,फ़ारूक़, अत्यादि हैं।आपके पिता हज़रतअबुतालिब पुत्र हज़रत अब्दुल मुत्तलिब व आपकी माता ...
अल्लाह तआला ने कुरआन में अपने मोमिन बंदों को हुक्म दिया है कि कोई भी काम केवल उसकी खुशी और मर्ज़ी के लिए अंजाम दें। ("صبغۃ اللہ و من احسن اللہ صبغۃ") कि ख़ुद पर ख़ुदाई रंग चढ़ा लो ...
शहादत पा गए ज़हरे दग़ा से पाँचवे रहबरइमाम इन्सो जिन हज़रत मोहम्मद बाकिरे अतहर हुशाम इब्ने मालिक जब आपसे कुछ बहस करता थाशिकस्त उसको बराबर देता था वह इब्ने पैग़म्बर कुदूरत ...
मुआविया बिन वहब कहते हैं: मैं मदीना में हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम के साथ था, आप अपनी सवारी पर सवार थे, अचानक सवारी से उतर गए, हम बाजार जाने का इरादा रखते थे लेकिन ...
जैसे कि हमने इससे पहले वाले लेख जिसका शीर्षक "फ़िदक और क़राबदतारों को उनका हक़ दे दो" था में लिखा कि पैग़म्बरे इस्लाम (स) ने अपने जीवन में फ़िदको हज़रत फ़ातेमा ज़हरा (स) को ...
इराक़ में इमाम हुसैन अ. के चेहलुम के अवसर पर दुनिया के सबसे बड़े और भव्य जुलूस के समाचार के महत्व के बावजूद हमें देखने को मिल रहा है कि पश्चिमी मीडिया चेहलुम से सम्बंधित ...
तीन गुण, मित्र बनाते हैं, धर्मपरायणता, विनम्रता और दानशीलता।
लोगों के कार्यों की टोह में न रहो अन्यथा तुम बिना मित्र के हो जाओगे।
यदि मनुष्य का मन पवित्र हो जाए तो उसका ...
ভেতরের অলংকার সুন্দরতরো বাইরের চেয়ে
জ্ঞানের সৌন্দর্য সে তো কখনোই থাকে না লুকিয়ে
পুরুষের সৌন্দর্য হলো তার ব্যক্তিত্ব আর ভদ্রতায়
মানুষের সৌন্দর্যের রহস্য সততা আর ...