क़ुरआने करीम ज्ञान पर आधारित एक आदर्श किताब है।परन्तु इसके भाव हर इंसान नही समझ सकता। जब कि क़ुरआन अपने आश्य को समझाने के लिए बार बार एलान कर रहा है कि बुद्धि से काम क्यों ...
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीमतजवीद के मअना बेहतर और ख़ूबसूरत बनाना है। तजवीद उस इल्म का नाम है जिससे क़ुरआने मजीद के अलफ़ाज़ व हुरूफ़ की बेहतर से बेहतर अदाएगी और आयात व ...
आज हम इस विषय पर चर्चा करेंगे कि जब खि़लाफ़त इमाम अ़ली का हक़ था तो क्यु आपने पैग़म्बर के स्वर्गवास के बाद अपने हक़ को अबूबकर, उस्मान या उमर से लेने की कोशिश नहीं की?इस सवाल के ...
इमामे हफतुमी मूसीए काज़िम दिलबरे ज़हरा वसीए सादिके आले नबी को ज़हर से मारा
मुकय्यद सत्तरह साल आप ज़िन्दा में रहे पैहम मगर शिकवा बजुज़ जिक्रे खुदा लब तक नहीं आया
नमाज़े पढ़ता था ...
किताबे मुन्तहल आमाल मे बयान किया गया है कि आयाते क़ुराने करीम और अहादीसे मुतावातिरा से साबित होता है कि परवरदिगारे आलम ने रसुले अकरम स.अ.व.व. को मक्का ए मोअज़्ज़मा से ...
यह बात हम सभी जानते हैं कि बनी अब्बास ने अहलेबैत अ.स. के नाम पर बनी उमय्या का तख़्ता पलटते हुए यही कहा था कि हुकूमत और ख़िलाफ़त पैग़म्बर स.अ. के अहलेबैत अ.स. का हक़ है, लेकिन बनी ...
तौहीद का अक़ीदा सिर्फ़ मुसलमानों के ज़हन व फ़िक्र पर असर अंदाज़ नही होता बल्कि यह अक़ीदा उसके तमाम हालात शरायत और पहलुओं पर असर डालता है। ख़ुदा कौन है? कैसा है? और उसकी ...
पैग़म्बर और ईश्वरीय मार्गदर्शक, सर्वसमर्थ व महान ईश्वर की असीम कृपा के प्रतीक और विश्व में उसकी दया एवं मार्गदर्शन के स्रोत हैं......
पैग़म्बर और ईश्वरीय मार्गदर्शक, ...
सहाबा की कसीर तादाद ने हदीसे ग़दीर को नक़्ल किया है, अब हम यहाँ पर अल्फ़ा बेड के लिहाज़ से उन असहाब के असमा की फ़ेहरिस्त बयान करते हैं, लेकिन सबसे पहले तबर्रुकन असहाबे किसा ...
करबला की घटना इतिहास की सीमित घटनाओं में से एक है और इतिहास की दूसरी घटनाओं में इसका एक विशेष स्थान है। यद्यपि कर्बला की घटना सन् ६१ हिजरी क़मरी की है परंतु १४ शताब्दियां ...
पहली हदीसइमाम काज़िम (अ.स.) फरमाते है कि जिस शख्स ने इमाम हुसैन (अ.स.) की मारेफत रखते हुऐ उनकी ज़ियारत की तो परवरदिगारे आलम उसके अगले और पिछले तमाम गुनाह माफ कर देगा। दूसरी ...
पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन
लेखकः आयतुल्लाह अनसारीयान
मानव शरीर की त्वचा भी बहुत लाभदायक है जिन मे से कुच्छ की ओर संकेत किया करते है।
1- त्वचा मे बहुत महीन महीन ...
इमाम मोहम्मद तक़ी अलैहिस्सलाम पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेहि व सल्लम के वंश से थे और उन्होंने अपनी छोटी सी आयु में ज्ञान और परिज्ञान के मूल्यवान ख़ज़ाने ...
हे ईश्वर मैं तेरा आभार व्यक्त करता हूं कि तूने मुझे दसवां रोज़ा रखने का सामर्थ्य प्रदान किया। हे ईश्वर तुझसे मेरी प्रार्थना है कि मुझे एक क्षण के लिए भी मेरी हाल पर मत ...
एहसान इंसानी समाज में बहुत कॉमन लफ़्ज़ है। एर ग़ैर मुस्लिम भी एहसान को अच्छी तरह जानता है। बस फ़र्क़ यह है कि जो एहसान का लफ़्ज़ हमारे समाज में इस्तेमाल होता है वह क़ुरआन ...
पुस्तक का नामः कुमैल की प्रार्थना का वर्णन
लेखकः आयतुल्ला हुसैन अंसारीयान
जब तक फलो के बीजो को बोया ना जाए और भगवान की सिफते जबारूती विभिन्न प्रकार से उसकी कमीयो की ...
ख़ुशियां मनुष्य को दुख दर्द और परेशानियों से मुक्त करती हैं। जो व्यक्ति भी स्वयं से कष्ट और दुख दर्दों को दूर करना चाहता है उसे इस बात की कदापि अनुमति नहीं देना चाहिए कि ...
पुस्तक का नामः कुमैल की प्रार्थना का वर्णन
लेखकः आयतुल्लाह हुसैन अंसारीयान
दूसरे छंद मे कहता है।
اللَّهُ الَّذِى خَلَقَ سَبْعَ سمَاوَاتٍ وَ مِنَ الْأَرْضِ مِثْلَهُنَّ يَتَنزَّلُ الْأَمْرُ ...
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा पर दुखों के पहाड़ कब से टूटना आरम्भ हुए इसके बारे में यही कहा जा सकता है कि जैसे ही पैग़म्बरे इस्लाम ने इस संसार से अपनी आखें मूंदी, मुसीबतें आना आरम्भ ...
तारीख़ की वरक़ गरदानी से यह मालूम होता है कि इस अज़ीम ईद की इब्तेदा पैग़म्बरे अकरम (स) के ज़माने से हुई है। इसकी शुरुआत उस वक़्त हुई जब पैग़म्बरे अकरम (स) ने ग़दीर के सहरा में ...